पिछले 4 दिनों में अचानक उत्तराखण्ड में कोरोना वायरस के 20 नए मामले सामने आए हैं और इनमें से 15 का संबंध तबलीगी जमात से है । इस खबर के बाद प्रदेश के DGP अनिल कुमार रतूड़ी ने रविवार को एक वीडियो संदेश जारी करते हुए तबलीगी जमात के लोगों से सामने आने की बात कही है और अगर वे नहीं आए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन पर रखा जाएगा
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से पूरा विश्व बुरी तरह प्रभावित है। पुलिस और प्रशासन लगातार आग्रह कर रहे हैं कि दिल्ली में तबलीगी जमात से लौटकर आए लोग अपने बारे में सूचना उपलब्ध करा दें, ताकि इन लोगों को एहतियात के तौर पर क्वारंटीन में रखा जा सके। लेकिन इसके बाद भी पुलिस और प्रशासन को सूचनाएं नहीं दी जा रही हैं। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
6 अप्रैल तक की है डेडलाइन
महानिदेशक ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात से आने वाले 6 अप्रैल तक प्रशासन के सामने आ जाएँ। यदि इसके बाद पता चलता है कि उन्होंने जानकारी छिपाई जिसके कारण यह कोरोना वायरस संक्रमण हो रहा है, तो हम डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट तथा आईपीसी के तहत हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा कराएंगे। 6 अप्रैल के बाद अगर कोई जमाती प्रशासन को कहीं मिला तो उसे बख्शा नहीं जायेगा और विभिन्न धाराओं में उसके खिलाफ डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
उत्तराखण्ड में 27 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
लॉकडाउन के बीच जमातियों ने प्रदेश में मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। सूबे में 15 मार्च से एक अप्रैल के बीच यानी 18 दिन में जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात थी, वहीं पिछले 48 घंटे में मरीजों की संख्या में अचानक 70 फीसद वृद्धि हो गई है। दो से चार अप्रैल के बीच कोरोना के 15 नए केस सामने आ गए हैं। यह सभी मरीज जमाती हैं।