चर्चित IAS दिव्यांशु पटेल की शह पर जमीन का अवैध कब्जा, पीड़िता गांव से पलायन करने को मजबूर


देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही लगातार प्रदेश के भू- मफियाओं तथा अबैध जमीन पर कब्जा करने वालों को लेकर लगातार कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हो। परंतू जब सरकार का नौकरशाह ही ये काम कर रहा हो तो, योगी जी के सारे दावे बौने साबित हो जाते है।

दरअसल प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले के अजईपुर गांव के निवासी आईएएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल और उनके पिता की दबंगई से भयभीत होकर एक परिवार आज गांव से पलायन को मजबूर हो गया है। सूचना है कि आईएएस व उसके परिवार ने अपने पड़ोसी उदयराज दुबे उदय की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है।

इस पूरे मामले में पीड़ित उदय राज दुबे का कहना है की उनके पड़ोसी आईएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल के पिता अवधेश वर्मा ने पहले दिसंबर 2020 मे उनकी आबादी की जमीन पर कब्जा कर लिया। उस समय पर तो, 2 फिट का रास्ता अवधेश पटेल के तरफ से मेरे घर आने जाने के लिए छोड़ा गया था।

परंतु अब मात्र छोड़े हुए 2 फिट के रास्ते को भी आईएस दिव्यांशु पटेल ने अपने रसुख का प्रयोग कर 27 सितंबर उस रास्ते को भी बंद कराने का प्रयास किया। इतना ही नहीं पीड़िता का आरोप यहां तक है कि पुलिस की मौजूदगी में रास्ता बंद करना शुरू किया और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई।

पीड़िता का आरोप यह भी है कि इस दौरान मौके पर पहुंची जलालपुर थाने की एसआई शिवांगी त्रिपाठी ने पीड़ित परिवार को धमकाया और जबरन मोबाइल छीन कर घटना से संबंधित फोटो और वीडियो डिलीट कर परिवार की महिलाओं तक को जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित परिवार द्वारा उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई गई। जिसके बाद मौके पर पहुँचे तहसीलदार जलालपुर और कोतवाल जलालपुर ने मौके पर निर्माण को रुकवा दिया।

दैनिक भास्कर से खास बातचीत में उदयराज का कहना है कि रास्ते पर चल रहा मुकदमा न्यायालय मे होने और हाई कोर्ट के निर्देश की जानकारी होने पर विपक्षी अवधेश वर्मा को निर्णय होने तक निर्माण ना करने की चेतावनी दी गई है।

उसके बावजुद पड़ोसी आईएएस दिव्यांशु पटेल अधिकारियों पर दबाव बनाकर लगातार शोषण कर रहा है। ऐसी दशा में मेरी जान माल की कोई गारंटी नहीं है और विरोधी लगातार गांव छोड़ कर पलायन करने के लिए मजबूर कर रहे है।

दर्जनों प्रार्थना पत्र के बाद भी तहसील प्रशासन महज भरोसा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, वहीं पीड़ित किसी अप्रिय घटना की आशंका से भयभीत है। उनका कहना है कि इस उम्र के इस पड़ाव पर मातृ भूमि छोड़ कर जाने के बजाय जीवन समाप्त होने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है।

पीड़ित का यह भी कहना है की विरोधी लगातार परिवार को परेशान कर गांव छोड़ने की धमकी दे रहे हैं। आपको बता दें कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान उन्नाव में एक अधिकारी द्वारा पत्रकार की पिटाई करते हुए एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। उस वीडियो में दिख अधिकारी  दिव्याशु पटेल ही थे। जो एक पत्रकार की पिटते हुए वीडियो में देखे जा सकते है वीडियो वायरल के बाद पटेल ने उस पत्रकार को काजू की बर्फी खिलाते हुए फोटो खिचावां रहें थे।



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