लखनऊ। लखीमपुर हिंसा मामले में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत दी है। इस मामले पर सुनवाई पहले ही पूरी हो चुकी थी। जिसके बाद कोर्ट ने अब फैसला सुनाते हुए आशीष को जमानत दे दी है। उम्मीद है की जा रही है कि आशीष मिश्रा कल तक जेल से रिहा हो सकते हैं।
लखीमपुर हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश एसआईटी ने हाल ही में 5000 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की थी। जिस चार्जशीट में एसआईटी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी साबित किया था। इस चार्जशीट के अनुसार आशीष घटनास्थल पर ही मौजूद था।
एसआईटी की चार्जशीट में मुख्य आरोपी
एसआईटी ने अपनी जांच में लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष मिश्रा के असलहों से फायरिंग की पुष्टि की थी। चार्जशीट के मुताबिक आशीष मिश्रा की रिवाल्वर और राइफल से भी फायरिंग हुई थी। जबकि आशीष मिश्रा ने कहा था 1 साल से उनके असलहों से कोई फायर ही नहीं की गई है। वहीं पुलिस ने बैलेस्टिक रिपोर्ट के आधार पर फायरिंग की पुष्टि की थी।
3 अक्टूबर 2021 को हुई लखीमपुर हिंसा
3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी। जिस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू पर उनकी जीप से किसानों को कुचलने का इल्जाम लगाया गया था। जिस हादसे के तुरंत बाद गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौके पर ही हत्या कर दी थी।
चुनाव पर क्या होगा जमानत का असर ?
लखीमपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधती रही है। जहां किसानों को न्याय दिलाने के लिए विपक्ष शुरु से ही केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को कैबिनेट से हटाने और उनके बेटे आशीष को सजा दिलाने की मांग करता रहा है। वहीं चुनाव के बीच में आशीष मिश्रा को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि विपक्ष इस मुद्दे को किस तरह से अपना हथियार बनाती है।