लखनऊ नगर निगम ने सांसद आजम खान की बहन को आवंटित बंगला खाली कराया

रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक और कई बार मंत्री रहे आजम वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं। यूपी में योगी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार के बनने के बाद इस कद्दावर नेता  पर करीब 80 मुकदमे पिछले दिनों दर्ज कराए जा चुके हैं। समाजवादी राजनीति के जाने-माने चेहरा मोहम्मद आजम खान पर किसानों की जमीन जबर्दस्ती हथियाने, किताबें चुराने, मारपीट करने, बकरी और भैंस चुराने तक के मुकदमे दर्ज हैं। 

आजम खान की बहन निकहत को आवंटित आवास को अपने कब्जे में लेते नगर निगम के अधिकारी।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम और उनके रिश्तेदारों की मुश्किलें कम होना का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को राजधानी लखनऊ में नगर निगम ने सांसद की बहन निकहत अफलाक को आवंटित रिवर बैंक कॉलोनी वाला बंगला अपने कब्जे में लिया। बंगला में ताला लगाने से पहले नगर निगम के अधिकारियों ने आवास में प्रवेश कर किसी के मौजूद होने से संबंधित जानकारी प्राप्त की और फिर अधिकारियों ने माइक से अनाउंस कराया कि यदि घर के भीतर कोई हो तो वह बाहर आ जाए। हालांकि आवास के भीतर कोई नहीं था। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।

साल 2007 में समाजवादी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में पूर्व मंत्री आजम खान की बहन निकहत अफलाक को रिवर बैंक कॉलोनी के सी/21 बंगला को आवंटित किया गया था और तभी से इस बंगला पर आजम खान की बहन का कब्जा था, लेकिन योगी सरकार की आंख की किरकिरे बने आजम खान पर प्रशासन जिस प्रकार से कार्रवाई कर रहा है उससे उनकी बहन निकहत को भी बंगला को प्रशासन द्वारा खाली करवाने की नोटिस मिलने की आशंका पहले से ही थी। नगर निगम प्रशासन ने भी बंगला को खाली करने के लिए 15 दिन पहले ने नोटिस जारी कर दिया था, लेकिन आजम खान की बहन नोटिस को साक्ष्य विहीन बता मकान में लगातार रह रही थीं और बिजली का बिल और किराया भी जमा कर रहीं थी।

इसके बाद नगर निगम ने शासनादेश का हवाला देते हुए कहा कि आजम खान की बहन लखनऊ की निवासी नहीं है। साथ ही वह नगर निगम कर्मचारी भी नहीं है। नगर निगम ने अपने नोटिस में कहा था कि आजम खान की बहन रामपुर में पढ़ाती हैं और वहीं पर रह रही है। आसपास के कुछ लोगों ने भी बयान में कहा था कि मकान में ताला लगा रहता है। नगर निगम ने 15 अक्टूबर को नोटिस जारी कर 15 दिन में आवास खाली करने को कहा गया था, लेकिन जब आवास खाली नहीं हुआ तो सोमवार सुबह नगर निगम की टीम मौके पर पहुंचकर आवास को सील कर अपने कब्जे में ले लिया।

बता दें कि रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक और कई बार मंत्री रहे आजम वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं। यूपी में योगी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार के बनने के बाद इस कद्दावर नेता  पर करीब 80 मुकदमे पिछले दिनों दर्ज कराए जा चुके हैं। समाजवादी राजनीति के जाने-माने चेहरा मोहम्मद आजम खान पर किसानों की जमीन जबर्दस्ती हथियाने, किताबें चुराने, मारपीट करने, बकरी और भैंस चुराने तक के मुकदमे दर्ज हैं।

First Published on: November 3, 2020 4:52 PM
Exit mobile version