कानपुर। कानपुर में आत्महत्या करने वाली मेडिकल छात्रा के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि उसने गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के चलते यह खौफनाक कदम उठाया। 23 वर्षीय तान्या ने कथित तौर पर टॉयलेट क्लीनर पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की, उसे तुरंत उत्तर प्रदेश के कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
मेडिकल छात्रा के पिता नरेंद्र कुमार, जो राज्य पुलिस विभाग में उप-निरीक्षक हैं, ने संवाददाताओं को बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें कॉलेज में रैगिंग के बारे में बताया था।
उन्होंने कहा, करीब सात महीने पहले, तान्या ने मुझे बताया था कि कॉलेज के कुछ सीनियर्स ने उसके लंबे बाल काट दिए थे। लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती होने से दो दिन पहले, तान्या ने मुझे बताया था कि कॉलेज के कुछ छात्र जन्म से ही उसकी विकलांगता के कारण उसका मजाक उड़ाते थे।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने कहा कि यह रैगिंग का मामला नहीं है। उन्होंने कहा, अगर तान्या को ऐसी किसी समस्या का सामना करना पड़ रहा था, तो उसे या उसके माता-पिता को कॉलेज प्रबंधन से शिकायत करनी चाहिए थी।
पुलिस ने कहा कि छात्रा अपने परिवार से दूर शहर के कल्याणपुर में एक किराए के मकान में रह रही थी और वे कार्रवाई के लिए इस संबंध में शिकायत का इंतजार कर रहे थे। 17 जून को दो युवकों ने उसे गंभीर हालत में एलएलआर के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था।
उसे अस्पताल में भर्ती कराने के बाद दोनों युवक रहस्यमय ढंग से गायब हो गए थे। उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि उसने टॉयलेट क्लीनर पी लिया है। डॉक्टरों के मुताबिक, छात्रा की मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण मौत हुई है।