मोहन भागवत ने दिलाई ‘घर वापसी’ के लिए काम करने की शपथ


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू धर्म छोड़ चुके लोगों की ‘घर वापसी’ के लिए काम करने की शपथ दिलाई और इस दौरान सत्ता चाहने वालों से अहंकार का त्याग करने का आह्वान किया।


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उत्तर प्रदेश Updated On :

चित्रकूट। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू धर्म छोड़ चुके लोगों की ‘घर वापसी’ के लिए काम करने की शपथ दिलाई और इस दौरान सत्ता चाहने वालों से अहंकार का त्याग करने का आह्वान किया।

भागवत ने बुधवार को यहां आयोजित तीन दिवसीय ‘हिंदू एकता महाकुंभ’ में शिरकत करते हुए उपस्थित लोगों को हिंदू धर्म छोड़कर दूसरे मजहब अपनाने वाले लोगों की ‘घर वापसी’ के लिए काम करने की शपथ दिलाई।

शपथ में कहा गया “किसी भी हिंदू भाई को हिंदू धर्म से विमुख न होने दें और जो हिंदू धर्म छोड़कर कहीं और चले गए हैं उनकी घर वापसी के लिए काम करें। उन्हें अपने परिवार का सदस्य बनाएं।” प्रतिभागियों ने हिंदू बहनों के सम्मान की रक्षा करने और जाति तथा भाषागत भावनाओं से ऊपर उठकर हिंदू समाज को मजबूत करने की भी शपथ ली।

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और हिंदुत्ववादी नेता साध्वी ऋतंभरा समेत देशभर के साधु-संतों ने इस महाकुंभ में शिरकत की।

भागवत ने कहा कि भगवान राम की संकल्प स्थली से हिंदू संस्कृति के धर्म योद्धाओं ने पवित्र हिंदू धर्म, संस्कृति और समाज की सारे जीवन संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा करने के लिए शपथ ली है।

संघ प्रमुख ने इस अवसर पर यह भी कहा कि सत्ता प्राप्त करने के लिए अहंकार छोड़कर लोगों के बीच काम करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि धर्म पर चलकर और बिना किसी अहंकार के निस्वार्थ भाव से काम करके कोई भी व्यक्ति सबसे मुश्किल लक्ष्य को भी प्राप्त करने में सफल होता है।

श्री श्री रविशंकर ने इस मौके पर उपस्थित लोगों से भगवान राम के आदर्शों पर चलने का आग्रह किया। उन्होंने साफ-सफाई रखने और जनसंख्या वृद्धि पर लगाम लगाने की जरूरत पर भी जोर दिया।



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