नोएडा। शहर में 44 दिन बाद शुक्रवार से 1000 से अधिक औद्योगिक इकाइयों को शुरू किया गया। लॉकडाउन के चलते ज्यादातर कंपनियों ने बसों के जरिये अपने कर्मचारियों को कार्यस्थल पर बुलाया। इस कड़ी में सैमसंग कंपनी के 3000 कर्चमारी बसों के जरिये कार्यस्थल पर पहुंचे और अपना काम शुरू किया।
संचालन के पहले दिन बृहस्तपतिवार उन श्रमिकों को फैक्ट्री या कंपनी बुलाया गया था, जिनके जिम्मे इकाई में साफ-सफाई की व्यवस्था रही। वहीं, शुक्रवार को औद्योगिक इकाइयों में हलचल देखने को मिली। शारीरिक दूरी के साथ परिसर और मशीनों की सफाई कराई गई। शाम पांच बजे इकाइयों को बंद करने का निर्दश है इस कारण सभी काम करने वालों से यह साफ कर दिया गया है कि वह शाम सात बजे के बाद घर में रहे। लॉकडाउन-3 में स्पष्ट निर्देश है कि शाम सात से सुबह सात बजे तक पूर्ण रूप से कर्फ्यू रहेगा।
सेक्टर-64 स्थित फार्मास्यूटिकल कंपनी बीएस कूलर सिस्टम, सेक्टर-59 स्थित मोबाइल चार्जर कंपनी ईआरडी, सेक्टर-58 स्थित आइटी कंपनी एक्सेल के कर्मचारियों ने बताया कि साफ सफाई के लिए बुलाया गया था, सुबह साढ़े आठ बजे से ड्यूटी शुरू हुई व शाम पांच बजे छुट्टी कर दी गई।
अभी कई दिनों तक कार्यालय में सफाई करने के लिए छह-सात कर्मचारियों ही आने के लिए कहा गया है। लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है। औद्योगिक व व्यापारिक गतिविधियां पूर्ण रूप से बंद हैं। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है।
आर्थिक स्थिति को मजबूती दिलाने के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक इकाइयों के संचालन की अनुमति सरकार के निर्देश पर नोएडा प्राधिकरण, जिला प्रशासन, जिला उद्योग केंद्र ने देनी शुरू कर दी है। गाइड लाइन के साथ कंटेंनमेंट एरिया के बाहर संचालित आकस्मिक व निरंतर चलने वाली इकाइयों को संचालन की अनुमति स्व घोषणा-पत्र के साथ दी जा रही है। चार मई के बाद नोएडा में ऑनलाइन पोर्टल, ई-मेल, स्व-घोषणा पत्र के माध्यम से करीब 1500 से अधिक इकाइयों को अनुमति दी गई है।
सेक्टर-7, 58, 63, 64, फेज-टू, एनएसईजेड समेत तमाम औद्योगिक सेक्टरों में सुबह आठ और शाम पांच बजे तक रौनक देखी गई। इकाइयों में छुट्टी होने के बाद श्रमिकों को पैदल अपने घर की ओर जाते देखा गया।