नोएडा। गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में लगातार दूसरे दिन औसत वायु गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में दर्ज की गई और गुरुग्राम में यह “बेहद खराब” श्रेणी में रही।
सरकार की एक एजेंसी की ओर से चौबीस घंटे के लिए बुधवार को जारी किये गए आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के अनुसार दिल्ली के निकटवर्ती पांच शहरों में प्रदूषण कारक कण पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा भी अधिक रही।
सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार 24 घंटे का औसतन एक्यूआई बुधवार को शाम चार बजे गाजियाबाद में 472, ग्रेटर नोएडा में 476, नोएडा में 462, फरीदाबाद में 428 और गुरुग्राम में 340 दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
सीपीसीबी का कहना है कि वायु गुणवत्ता के “बेहद खराब” श्रेणी में लंबे समय तक रहने से सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं जबकि इसके “गंभीर” श्रेणी में आने पर स्वस्थ व्यक्ति बीमार पड़ सकता है और पहले से रोगी व्यक्ति की हालत और खराब हो सकती है।