नोएडा (उप्र)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बुधवार को ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित शहर रहा।
प्रदूषण सूचकांक ऐप ‘समीर’ के अनुसार, बुधवार को ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 293 दर्ज किया गया, जबकि गाजियाबाद में 291, दिल्ली में 276, नोएडा में 272, बागपत में 242, बुलंदशहर में 283, हापुड़ में 114, फरीदाबाद में 276, गुरुग्राम में 221, आगरा में 283, बल्लभ गढ़ में 184, भिवानी में 130 और मेरठ में 254 एक्यूआई दर्ज किया गया।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच एक्यूआई ‘सामान्य’ 201 और 300 के बीच एक्यूआई ‘खराब’, 301 और 400 के बीच एक्यूआई ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
अस्थमा के मरीजों को परेशानी
प्रदूषण का स्तर बढ़ने से आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो रही है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण के चलते अस्थमा के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी है। प्रदूषण में इतने छोटे कण मौजूद रहते हैं कि इन्हें देखा नहीं जा सकता है और सांस लेने में ये कण फेफड़ों में चले जाते हैं। इससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए सांस के मरीज इन दिनों अपना खास ख्याल रखें।