उत्तर प्रदेश में बीजेपी के ब्राह्मण विधायकों की बैठक के बाद से राज्य का सियासी पारा हाई है। बीजेपी संगठन ने भी इस बैठक पर नाराजगी जताई थी तो वहीं विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी तंज कसते हुए बीजेपी के ब्राह्मण विधायकों को लेकर चिंता जाहिर की थी।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया पर अब योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री और सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर का जवाब आया है। उन्होंने अखिलेश यादव को खुले तौर पर चुनौती दी है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “यह देश पहले कृषि प्रधान देश था, लेकिन अब जाति प्रधान देश है। हमने देखा है कि जब सदन चलता है तो सदन में सब उपस्थित रहते हैं। एक जगह भोज के कार्यक्रम का आयोजन होता है। अलग-अलग लोग अपने चाहने वालों को बुलाते हैं औऱ भोज करते हैं। उस बैठक के अलग-अलग मायने निकाले जाते हैं।”
यूपी BJP के बचाव में ओपी राजभर ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक अनुशासित पार्टी है। इस पार्टी का जो नजरिया है वह संगठन का है। हमारा नजरिया अलग है। हालांकि, एक यह बात भी है कि समाजवादी पार्टी बहुत चिंतित है कि ब्राह्मण का बहुत अपमान हो रहा है।”
वहीं, अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ओपी राजभर ने कहा, “समाजवादी पार्टी ने तो इतना सम्मान किया कि सिपाही की भर्ती में यादव, लेखपाल भर्ती में यादव, ग्राम सेवक की भर्ती में यादव, 86 में 56 एसडीएम में यादव हुआ करते थे।”
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी ब्राह्मणों की इतनी हमदर्द हैं तो आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के सभी 403 टिकट ब्राह्मण उम्मीदवारों को ही दे दें। घोषणा कर दें कि हम तो सभी 403 टिकट ब्राह्मण को दे रहे हैं और जो सपा के जीतने पर जो मुख्यमंत्री होगा, वह भी ब्राह्मण होगा।
