गोवंशीय पशुओं को ‘जिंदा दफनाने’ के मामले की जांच के आदेश


उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक राजकरण कबीर ने नगर पंचायत की अस्थाई गोशाला से पशुओं को समीपवर्ती मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में जिंदा दफनाये जाने का आरोप लगाया है। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।


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बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक राजकरण कबीर ने नगर पंचायत की अस्थाई गोशाला से पशुओं को समीपवर्ती मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में जिंदा दफनाये जाने का आरोप लगाया है। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

भाजपा विधायक राजकरन कबीर ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में दावा किया कि सूचना मिलने पर उन्होंने सोमवार की शाम खुद मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के पहाड़ी खेरा के जंगल में सड़क किनारे बताए गए स्थानों को खुदवाया और इस दौरान वहां दफन कुछ जिंदा गायें घायल हालत में मिलीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि नरैनी नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी (ईओ) और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने गोशाला में रखे गए गोवंशीय पशुओं को जिंदा दफन करवाया है।

विधायक कबीर ने बताया कि उन्होंने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की विस्तृत जांच और दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।

उधर, बुंदेलखंड़ किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में गायों के साथ घोर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिंदा दफनाए गए गोवंश मामले में शीघ्र कार्रवाई न की गई तो जगह-जगह आंदोलन किया जाएगा।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मुख्य विकास अधिकारी को मामले की जांच के आदेश देते हुए दो दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है।

पटेल ने बुधवार को बताया कि शनिवार की शाम नरैनी नगर पंचायत की मोतियारी गल्ला मंडी स्थित अस्थायी गोशाला से 134 गोवंशीय पशुओं को चार अस्थायी गोशालाओं में स्थानांतरित किया गया था।

सोमवार को एक अखबार में इन जानवरों को मध्य प्रदेश के जंगल में जिंदा दफनाने की खबर छपी थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त कर दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट तलब की गयी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



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