खिरिया बाग आंदोलन के समर्थन में वाराणसी से आज़मगढ़ तक पदयात्रा


पदयात्रा 24 दिसंबर को वाराणसी कचहरी के पास डॉ आंबेडकर की प्रतिमा से सुबह साढ़े 9  बजे शुरू होगी और चंदवक, लालगंज, निज़ामाबाद होते हुए 27 दिसंबर को खिरिया बाग में दोपहर में एक सभा के साथ संपन्न होगी।


नागरिक न्यूज नागरिक न्यूज
उत्तर प्रदेश Updated On :

आजमगढ़। वाराणसी से आज़मगढ़ किसान पदयात्रा यह संदेश देगी कि जब आज़मगढ़ तक पैदल आ सकते हैं तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कोई जरूरत नहीं है। खिरिया बाग, आजमगढ़ में 71 दिनों से प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में एक पदयात्रा 24 से 27 दिसंबर, 2022 वाराणसी से आजमगढ़ के बीच निकाली जाएगी। यह पदयात्रा खिरिया बाग किसान-मजदूर संघर्ष के 75 दिन पूरे होने पर पहुंचेगी। पदयात्रा का नेतृत्व मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ संदीप पाण्डेय करेंगे।

जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय के राष्ट्रीय समन्वयक किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि वाराणसी से किसान पदयात्रा के माध्यम से यह संदेश देंगे कि जब आज़मगढ़ तक पैदल आ सकते हैं तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कोई जरूरत नहीं है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम पर किसानों-मजदूरों को न उजड़ा जाए। किसान संघर्ष यात्रा का यह दूसरा चरण है आने वाले दिनों में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से किसान यात्राएं सरकार की किसान विरोधी नीतियों को आमजनमानस तक ले जाएंगी।

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के बयान पर किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि मंत्री जी एक बार खिरिया बाग आ जाएं तो उन्हें मालूम चल जाएगा कि कितने किसान समर्थन में हैं। किसान नेता ने कहा भाजपा देश का सौदा कर सकती है लेकिन किसान धरती माता का सौदा नहीं करेगा।

पदयात्रा 24 दिसंबर को वाराणसी कचहरी के पास डॉ आंबेडकर की प्रतिमा से सुबह साढ़े 9  बजे शुरू होगी और चंदवक, लालगंज, निज़ामाबाद होते हुए 27 दिसंबर को खिरिया बाग में दोपहर में एक सभा के साथ संपन्न होगी। इस पदयात्रा में सोशलिस्ट किसान सभा, पूर्वांचल किसान यूनियन, मज़दूर किसान मोर्चा, राष्ट्रीय विद्यार्थी चेतना परिषद्, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय के नेता और आमजन शामिल होंगे।



Related