लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तीन चरणीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत सोमवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया, जो शाम छह बजे तक चलेगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, दूसरे चरण में राज्य के 20 जिलों में 2.23 लाख से अधिक पदों के लिए 3.48 लाख से अधिक उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। राज्य में तीन करोड़ 23 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
यह चरण इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और प्रधानमंत्री के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भी मतदान होगा। इनके अलावा दूसरे चरण में अमरोहा, आजमगढ़, इटावा, एटा, कन्नौज, गोंडा, गौतम बुद्ध नगर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, बदायूं, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, महराजगंज, लखीमपुर-खीरी, ललितपुर और सुल्तानपुर में भी मतदान होगा।
आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दूसरे चरण में जिला पंचायत सदस्य की 787 सीटों के लिए 11,483 उम्मीदवार, क्षेत्र पंचायत सदस्य की 19,653 सीटों के लिए 85,232 प्रत्याशी, ग्राम प्रधान की 14,897 सीटों के लिए 1,21,906 उम्मीदवार तथा ग्राम पंचायत वार्ड की 1,87,781 सीटों के लिए 1,30,305 प्रत्याशी मैदान में हैं। ये सभी प्रत्याशी राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए विभिन्न चुनाव चिह्नों के साथ मैदान में हैं।
मतदान को स्वतंत्र और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए 2.31 लाख से अधिक चुनाव अधिकारियों को तैनात किया गया है।
गत 15 अप्रैल को हुए पंचायत चुनाव के पहले चरण में औसतन 71% मतदान हुआ था। वर्ष 2015 में हुए पिछले पंचायत चुनाव में 72.11% मतदान दर्ज किया गया था।
गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को 25 मई तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने मार्च में निर्देश दिए थे कि पंचायत चुनाव के दौरान अधिकतम पांच लोग ही घर-घर जाकर प्रचार कर सकते हैं।
राज्य के उप चुनाव आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि अपर जिला अधिकारियों की अगुवाई में तीन-सदस्य समितियां गठित की गई हैं जो आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगी।
मतदान के दौरान भी कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं के खड़े होने के लिए छह-छह फुट की दूरी पर घेरे बनाए गए हैं।