
लखनऊ/कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन से ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जायेगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । दुबे को आज मध्य प्रदेश पुलिस ने उज्जैन से गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि दुबे को ट्रांजिट रिमांड पर उत्तर प्रदेश लाया जायेगा और कानपुर कांड में शामिल दुबे के गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने तक हमारा अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि दुबे के खिलाफ कानून के तहत सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
वहीं उनसे जब पूछा गया कि क्या यह उप्र पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस का संयुक्त अभियान था तो उन्होंने जवाब दिया कि नही वहां हमारी टीम मौजूद नही थी।अधिकारी ने कहा कि कानपुर से जांच अधिकारी और पुलिस टीम शीघ्र ही दुबे को लाने के लिये उज्जैन पहुंचेगी।
विकास के दो सहयोगी मुठभेड़ में मारे गए : पुलिस अधिकारी
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी एवं कुख्यात अपराधी विकास दुबे के दो करीबी सहयोगी गुरुवार को अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस ने बताया कि दुबे के करीबी कार्तिकेय उर्फ प्रभात की कानपुर में पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई थी और एक अन्य साथी बउवा दुबे इटावा में मुठभेड़ में मारा गया।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात ने ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लाये जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। उन्होंने कहा, मुठभेड़ कानपुर के पनकी इलाके में उस समय हुई जब पुलिस कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात को ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लेकर जा रही थी। पुलिस के वाहन के पहिए की हवा निकल गई थी और इसी मौके का फायदा उठा उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली।
अधिकारी ने बताया कि कार्तिकेय ने उसके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी, जिससे विशेष कार्यबल के दो कर्मी घायल हो गए और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। एडीजी ने बताया कि कार्तिकेय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फरीदाबाद में मुठभेड़ के बाद बुधावार को दुबे के साथियों कार्तिकेय, अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच, इटावा के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने प्रवीण ऊर्फ बउआ दुबे को तड़के करीब साढ़े चार बजे एक स्थान पर घेर लिया था और फिर दोनों ओर से हुई गोलीबारी में वह मारा गया। उन्होंने बताया कि वह बिकरु कांड मामले में वांछित था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित था। एडीजी ने बताया कि पुलिस को प्रवीण और तीन अन्य लोगों के इटावा के बकेवर इलाके में महेवा के पास एक कार चोरी करने की जानकारी मिली थी। उन्होंने बताया कि उसके पास एक पिस्तौल, एक डबल-बैरल गन और कारतूस बरामद किया गया है।
यूपी सरकार साफ करे कि विकास दुबे ने आत्मसमर्पण किया या उसे गिरफ्तार किया गया : अखिलेश यादव
कानपुर
में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी एवं कुख्यात अपराधी विकास
दुबे की मध्य प्रदेश के उज्जैन में गुरुवार को गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार
स्पष्ट करे की यह आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी।
अखिलेश ने ट्वीट
किया ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-कांड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में
है। अगर यह सच है तो सरकार साफ़ करे कि यह आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी।
साथ ही उसके मोबाइल के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) सार्वजनिक करें, जिससे
असली मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।
बीते गुरुवार की देर रात
कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए
पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक पुलिस
उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री
नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, दुबे उज्जैन
में राज्य पुलिस की हिरासत में है।
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
हत्या के मामले की सीबीआई जांच हो: प्रियंका
कांग्रेस
महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के
मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को
कहा कि इस प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने मामले के मुख्य
आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर दावा किया कि उसका उज्जैन तक
पहुंचना मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश
प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, कानपुर के जघन्य हत्याकांड में उप्र
सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, उसमें वह पूरी तरह विफल साबित
हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के
दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। उन्होंने दावा
किया, तीन महीने पुराने पत्र पर नो एक्शन और कुख्यात अपराधियों की सूची में
विकास का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं।
प्रियंका ने कहा, उप्र सरकार को मामले की सीबीआई जांच करा सभी तथ्यों और
संरक्षण देने से जुड़े संबंधों को जगज़ाहिर करना चाहिए।
… तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं।
यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए। 2/2— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2020