नई दिल्ली। बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के बलिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी धीरेन्द्र सिंह के समर्थन और बचाव में खुलकर सामने आने के बाद बीजेपी के नेतृत्व पर भी सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को घेरा है।
कांग्रेस महासचिव रविवार को ट्वीट किया कि “बलिया की घटना में बीजेपी सरकार किसके साथ खड़ी है? खबरों के अनुसार अफसरों के सामने हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में था मगर वह फरार हो गया। अभी तक पकड़ा नहीं गया। बीजेपी विधायक खुलकर आरोपी के साथ खड़ा है।” हालांकि रविवार की सुबह ही एसटीएफ ने धीरेन्द्र को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया था।
प्रियंका गांधी ने अपने दूसरे ट्वीट को पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को टैग करते हुए लिखा “..
@narendramodi@JPNadda@AmitShah क्या आप अपराधी के साथ खड़े इस विधायक के साथ हैं? यदि नहीं तो अब तक यह बीजेपी में क्यों बना हुआ है?”
.. @narendramodi @JPNadda @AmitShah क्या आप अपराधी के साथ खड़े इस विधायक के साथ हैं?
यदि नहीं तो अब तक यह बीजेपी में क्यों बना हुआ है?
2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 18, 2020
सुरेंद्र सिंह ने किया था बचाव
बयानों को लेकर हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले चर्चित बैरिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को रेवती क्षेत्र के दुर्जनपुर में हुए हत्याकांड की निंदा तो की थी लेकिन साथ ही आरोपी का बचाव भी किया था। अपने बड़बोलेपन के लिए मशहूर विधायक ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था। हत्या का आरोप जिस धीरेन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति पर लगा है, वह सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जाता है। उन्होंने यहां तक कहा था कि धीरेन्द्र ने बचाव में गोली चलाई थी।
विधायक के धीरेन्द्र के बचाव को उस वक्त बल और मिल गया जब सुरेंद्र सिंह शनिवार की सुबह हत्याकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिवार की घायल महिलाओं को लेकर रेवती थाने पहुंच गए। उनके साथ आराधना सिंह पत्नी प्रयाग सिंह, आशा सिंह पत्नी राजेन्द्र सिंह, आशा प्रकाश सिंह पत्नी नरेंद्र प्रताप सिंह रहीं।
विधायक दूसरे पक्ष पर एफआईआर दर्ज कराने को लेकर थाने पहुंचे थे। रेवती थाने में पुलिस ने पहले मेडिकल कराने को कहा जिसके बाद विधायक वहां से सीधे सोनबरसा सीएचसी गए लेकिन वहां पर चिकित्सक नहीं होने के चलते घायलों का मेडिकल नहीं हो पाया। मेडिकल के लिए वे सभी जिला अस्पताल पहुंचे थे और मीडिया के सामने फफक कर रो पड़े।