प्रियंका गांधी ने हिरासत में मृत सफाई कर्मचारी के परिजनों से की मुलाकात, मृतका की पत्नी ने बताई आपबीती


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आगरा में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है।



आगरा। यूपी पुलिस के रोके जाने बाद आखिरकार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आगरा पहुंचकर हिरासत में मारे गए अरुण के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।

सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिस हिरासत में मौत की घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उसके परिवार से मिलने के बाद कई ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और पुलिस पर निशाना साधा।

प्रियंका ने अरुण वाल्मीकि के परिवार को न्याय की मांग करते हुए अपना एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह कहती नजर आ रही हैं कि, अरुण के परिवार ने उन्हें बताया कि रविवार के दिन वाल्मीकि समाज के 17-18 लोगों को पुलिस द्वारा अलग-अलग जगह से उठाया गया। जिन्हें पुलिस थाना ले जाया गया और उनकी बेहरहमी से पिटाई की गई। 

इसी वीडियो में प्रियंका आगे बताती हैं कि, उनकी पत्नी ने उन्हें बताया कि उनके सामने उनके पति के हाथ पैर बांधकर पीटा गया। साथ ही यह भी बताया कि उन्हें इलेक्ट्रिक शॉक भी दिए गए।

वहीं इससे पहले एक ट्वीट में प्रियंका ने कहा कि,‘‘किसी को पुलिस हिरासत में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस की हिरासत में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। मामले में उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और आरोपी पुलिस वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।’’

बेहरहाल इस मामले में अब तक आगरा के जगदीशपुरा थाना के मालखाने से 25 लाख रुपये चुराने के आरोपी व्यक्ति की कथित रूप से पुलिस हिरासत में हुई मौत को लेकर प्रशासन ने बुधवार को पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को सफाईकर्मी की नौकरी देने का वादा किया है।

वहीं, वाल्मीकि समुदाय के लोग अरुण के मृत्यु के मामले की स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं। समुदाय के स्थानीय नेताओं ने कहा है कि इस मामले में जब तक निष्पक्ष जांच शुरू नहीं होती तब तक वे ‘महर्षि वाल्मीकि जयंती” नहीं मनाएंगे।



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