28 घंटे बाद भी हिरासत में प्रियंका, वीडियो जारी कर केंद्र पर दागे सवाल, पीएम से कहा- लखीमपुर आइए और देश के अन्नदाता की पीड़ा समझिए


प्रियंका ने ट्वीट कर पीएम मोदी से खुद को हिरासत में लेने और आरोपियों को सजा ने दिलाने को लेकर सवाल खड़े किये हैं। इसी के साथ ही ट्वीट के जरिए उन्होंने हिंसा का एक वीडियो भी संलग्न किया।



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाते वक्त हिरासत में ली गईं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा 28 घंटे बाद भी पुलिस की निगरानी में हैं। जहां से वह लगातार सोशल मीडिया के जरिए केंद्र से दोषियों को सजा दिलाने की मांग कर रही हैं।

प्रियंका ने ट्वीट कर पीएम मोदी से खुद को हिरासत में लेने और आरोपियों को सजा ने दिलाने को लेकर सवाल खड़े किये हैं। इसी के साथ ही ट्वीट के जरिए उन्होंने हिंसा का एक वीडियो भी संलग्न किया, जिसमें एक गाड़ी किसानों को रौंदती हुई जाती दिखाई दे रही है।

प्रियंका ने ट्वीट कर पूछा कि, ‘मोदी जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है। अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों?’ 

कांग्रेस महासचिव ने प्रश्न किया, “अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों?”  इसी के साथ ही उन्होंने अपना एक और वीडियो शेयर कर पीएम मोदी से आजादी का अमृत उत्सव मनाने और किसानों को इंसाफ न मिलने पर प्रश्न किए।

प्रियंका ने पोस्ट किए इस वीडियो में दोबारा लखीमपुर खीरी में हुईं हिंसा का वीडियो अपने मोबाइल के माध्यम से दिखाते हुए पीएम से कहा कि, इस वीडियो को देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया और इस लड़के को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया ? 

इसी के साथ ही उन्होंने पीएम से खुद को हिरासत में रखे जाने को लेकर सवाल किया कि, मेरे जैसे विपक्ष के नेताओं को तो आपने बगैर किसी FIR और ऑर्डर के हिरासत में रखा है, मैं जानना चाहती हूं कि यह आदमी आजाद क्यों है ?

आगे वीडियो में प्रियंका ने आजादी के अमृत उत्सव को लेकर सवाल करते हुए कहा कि, ‘आज जब आप आजादी के अमृत उत्सव की महफिल-मंच पर बैठे रहेंगे मोदी जी, तो आप याद करिए कि आजादी हमें किसानों ने दिलवाई है। आज भी इस देश की सुरक्षा, सीमाओं पर किसानों के बेटे करते हैं। किसान महीनों से त्रस्त है, अपनी आवाज उठा रहा है और आप उसे नकार रहे हैं। मैं आपसे आग्रह करती हूं, लखीमपुर आइए न, जिन्होंने आजादी दिलवाई, जो अन्नदाता हैं इस देश के, जो आत्मा है इस देश की, उनकी पीड़ा समझिए-सुनिए। उनकी सुरक्षा करना आपका धर्म है।’ 

वहीं कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि वाद्रा समेत पांच नेताओं को हिरासत में लिए गए 28 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है। वाद्रा को अब तक अपने वकीलों से मिलने नहीं दिया गया। किसी को 24 घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस हिरासत में रखना ग़ैर क़ानूनी है, मगर प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेने की कोई क़ानूनी वजह भी नहीं बतायी है।

लल्लू के मुताबिक वाद्रा ने साफ़ कहा है कि वह हिरासत से छूटते ही लखीमपुर खीरी जाकर शहीद किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगी। उन्होंने आगे बताया कि सीतापुर के पीएसी द्वितीय वाहिनी परिसर में हिरासत में रखीं गयीं वाद्रा ने साफ़ कहा है कि वह हिरासत से छूटते ही लखीमपुर खीरी जाकर शहीद किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगी।

बता दें कि प्रियंका गाँधी के साथ पार्टी के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास और विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह भी हिरासत में हैं।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वाद्रा अन्य नेताओं के साथ मृतक किसानों के परिजन से मुलाकात के लिए सोमवार तड़के लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुई थीं मगर रास्ते में सीतापुर में उन्हें हिरासत में ले लिया गया।



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