लखनऊ। प्रियंका गांधी को दिल्ली का बंगला खाली करने के नोटिस मिलने के बाद यूपी में राजनीति में पारा चढ़ने लगा है। यह गर्माहत इस बार किसी चुनाव को लेकर नहीं बल्की यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी के लखनऊ में स्थायी रूप से शिफ्ट होने की खबरों की वजह से हैं।
प्रियंका गांधी के लखनऊ में स्थाई निवास बनाते से राजनीति में किसका फायदा होगा और किसका नुकसान, यह तो समय बताएगा, लेकिन यूपी को लेकर कांग्रेस और प्रियंका गांधी की सक्रियता और आगमन ने प्रदेश के सियासी पारे थोड़ा गर्म जरूर कर दिया है।
कुछ कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली का बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद उनके लखनऊ आने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। राजधानी में एक नजदीकी रिश्तेदार का आवास उनके लिए पहले ही छह महीने से साफ-सफाई कर तैयार रखा गया है।
कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए छह महीने पहले ही तय किया गया था कि वह लखनऊ आकर रहेंगी। दिवंगत शीला कौल के आवास को प्रियंका की जरूरतों के हिसाब से दुरुस्त किया गया है । वह पूर्व में यहां तीन दिन तक रह चुकी हैं ।
सरकार ने बुधवार को प्रियंका से कहा था कि एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद वह लुटियन दिल्ली स्थित अपना बंगला एक महीने में खाली कर दें। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में प्रियंका से एक अगस्त या इससे पहले बंगला खाली करने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि अगर वह ऐसा नहीं करतीं तो उन्हें नियमों के तहत क्षतिपूर्ति शुल्क और दंडात्मक किराया देना होगा ।
कुमार ने कहा कि अगर प्रियंका को नोटिस नहीं भी मिलता, तो भी वह लखनऊ आकर रहतीं । वह उत्तर प्रदेश में महीने के 20-22 दिन रहेंगी । यह छह महीने पहले ही तय हो गया था ।
उन्होंने बताया कि यह भी तय किया गया कि वह पूरे राज्य का दौरा करेंगी। सारा कामकाज वह लखनऊ से संभालेंगी। पिछले साल दो अक्टूबर को गांधी जयंती मार्च में शामिल होने आयीं प्रियंका उक्त मकान में गयी थीं और वहां कुछ समय रुकी थीं। मकान खाली पड़ा है। कौल परिवार का कोई सदस्य वहां नहीं रह रहा है।
कांग्रेस विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार से मकान में काम शुरू हो गया है । छह महीने से साफ-सफाई चल रही है । दिवंगत शीला कौल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मामी थीं । उनका आवास उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर गोखले मार्ग पर है ।
प्रियंका को जब कांग्रेस महासचिव बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा गया था, तब तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि प्रियंका को दीर्घकालिक योजना के तहत जिम्मेदारी दी गयी है । वह चार महीने के लिए नहीं भेजी गयी हैं । वह दीर्घकालिक योजना के तहत भेजी गयी हैं ।
सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा हटाकर सीआरपीएफ की जेड—प्लस सुरक्षा दी थी । एसपीजी सुरक्षा के रहते तो प्रियंका 35, लोधी एस्टेट स्थित अपने बंगले में रह सकती थीं लेकिन जेड—प्लस सुरक्षा में ऐसा प्रावधान नहीं है, इसलिए उन्हें अब यह बंगला खाली करना पड़ेगा ।
कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए छह महीने पहले ही तय किया गया था कि वह लखनऊ आकर रहेंगी। दिवंगत शीला कौल के आवास को प्रियंका की जरूरतों के हिसाब से दुरुस्त किया गया है । वह पूर्व में यहां तीन दिन तक रह चुकी हैं ।