नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में गौवंश की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार से आग्रह किया कि वह गौवंश की इस दुर्दशा को खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू की गई ‘गोधन न्याय योजना’ से प्रेरणा लें।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के ललितपुर में गई गायों के मारे जाने संबंधी तस्वीरों का हवाला देते हुए आदित्यनाथ को पत्र लिखा और आरोप लगाया कि राज्य में खोली गई गौशालाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं और गोरक्षा में प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है।
कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका ने पत्र में लिखा, ‘‘ललितपुर के सौजना से आई गौमाता के शवों की तस्वीरों को देखकर मन विचलित हो गया है। अभी ये विवरण नहीं मिले हैं कि इन गायों की मौत किन परिस्थितियों में हुई है। लेकिन तस्वीरों से लग रहा है कि चारा-पानी न मिलने की वजह से ही मौतें हुई हैं।’’
उत्तर प्रदेश से आई मृत गायों की तस्वीरों को देखकर विचलित होकर मैं यह पत्र माननीय मुख्यमंत्री, यूपी सरकार को लिख रही हूं। प्रदेश की कई गौशालाओं में यही स्थिति है।
इस समस्या को सुलझाने के मॉडल मौजूद हैं। गौमाता की देखभाल के घोषणाओं के साथ साथ योजनाओं को अमलीजामा पहनाना जरूरी है। pic.twitter.com/XRa0xsoQKW
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 21, 2020
उन्होंने कहा, दुखद यह भी है कि यह इस तरह की पहली तस्वीर नहीं है। इससे पहले भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से ऐसी तस्वीरें मिलती रही हैं। हर बार इन पर कुछ देर के लिए चर्चा होती है लेकिन इन मासूम जानवरों की देखभाल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। सवाल उठता है कि इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है?
प्रियंका ने कहा, सत्ता में आने के समय आपने गौवंश की रक्षा और गौशालाएं बनवाने की बात की थी, लेकिन वास्तविकता यही है कि इस संदर्भ में आपकी घोषणाओं के बावजूद सरकार के प्रयास पूरी तरह से विफल रहे हैं। गायों की भलाई के नाम पर गौवंश की दुर्दशा की जा रही है।
दावा किया, गौशालाएं खोली गईं मगर सच यह है कि वहां गौवंश को चारा और पानी नहीं सिर्फ असंवेदनशीलता मिलती है। भ्रष्ट अफसर व गौशाला संचालक पूर्णतः भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। पूरे प्रदेश में हर दिन न जाने कितनी गायें भूखी प्यासी मर रही हैं। प्रियंका गांधी ने पत्र में कहा है कि जहां गौशालाएं इस परिस्थिति में हैं, वहां आवारा पशुओं की भी भयंकर समस्या है।
उन्होंने लिखा, ‘‘कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में इस मामले को ‘गोधन न्याय योजना’ लागू कर बहुत अच्छी तरह से सुलझाया है। शायद उनसे उप्र सरकार प्रेरणा ले सकती है और गायों के प्रति हम सब अपनी सेवा भावना को क़ायम रख सकते हैं।’’
प्रियंका के मुताबिक, छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना में गौवंश संवर्धन, खेती बाड़ी को दुरुस्त करने, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने, नदी-नालों को पुनर्जीवित करने, आवारा पशुओं की देखभाल, जैविक खाद बनाने इत्यादि के लिए कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ने दो रुपए किलो गोबर खरीदने की शुरुआत की है। अभी हर महीने औसतन 15 करोड़ रुपए का गोबर खरीदा जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव ने योगी को लिखे पत्र में कहा, आप भी गौवंश की सुरक्षा और भलाई चाहते हैं इसीलिए मैं आपको यह पत्र लिख रही हूं। मैं समझती हूं कि इन बातों से आपको अवगत कराना धार्मिक और नैतिक आधार पर मेरी ज़िम्मेदारी बनती है।