टिके को लेके घिरी पंजाब की सरकार, मायावती ने पंजाब में टीके निजी अस्पतालों में बेचे जाने की निंदा की

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने पंजाब सरकार द्वारा कथित तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण रोधी टीकों को निजी अस्पतालों को बेचे जाने की आलोचना की और इसे अति-दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने पंजाब सरकार द्वारा कथित तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण रोधी टीकों को निजी अस्पतालों को बेचे जाने की आलोचना की और इसे अति-दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

बसपा नेता ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा टीकों को केन्द्र से 400 रुपए में खरीद कर सरकारी अस्पतालों के ज़रिए जनता को उसका लाभ देने के बजाय उसे निजी अस्पतालों को 1,060 रुपए में बेचकर आपदा में भी मुनाफा कमाने का कृत्य अशोभनीय, अमानवीय, निन्दनीय व अति-दुर्भाग्यपूर्ण है।’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘‘पंजाब सरकार की इस गलत हरकत का मीडिया द्वारा पर्दाफाश करने के बाद स्पष्ट है कि टीके के सम्बंध में कांग्रेस नेतृत्व का अभी तक का जो भी रुख व बयानबाजी आदि रही है, उसमें गंभीरता कम व नाटकबाजी ज्यादा लगती है। केन्द्र सरकार इसका उचित संज्ञान ले, बीएसपी की यह माँग।’


गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल ने बृहस्पतिवार को पंजाब सरकार पर ‘ऊंची कीमतों’ पर निजी अस्पतालों को कोविड-19 टीके की खुराक बेचने का आरोप लगाया था।

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने एक बयान में आरोप लगाया कि राज्य में टीके की खुराक उपलब्ध नहीं हैं और आम लोगों को मुफ्त में टीके की खुराक देने के बदले उसे निजी संस्थाओं को बेचा जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि कोवैक्सीन टीके की खुराक राज्य को 400 रुपये में मिलती है और उसे निजी अस्पतालों को 1,060 रुपये में बेचा जा रहा है।

First Published on: June 5, 2021 12:57 PM
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