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मिर्जापुर। जल जीवन का आधार हैं और इसी आधार को शुद्ध रूप में जन- जन तक पहुंचाने का संकल्प सरकार ने लिया है। शुद्ध पेयजल तक हर भारतीय की पहुंच हो यह सरकार का सपना होने के साथ मानवीय गरिमा के अनुकूल एक आवश्यक प्रयास भी है। भारतीय संविधान हर नागरिक को मानव गरिमा के अनुकूल जीवन जीने की स्वतंत्रता के साथ ही इसका अधिकार भी देता है।
हर भारतीय को ये अधिकार प्रदान करने के संघर्ष में सरकार को सहयोग देने के लिए UNOPS ने भी सहयोग का हाथ बढ़ाया है। इसी सहयोग के अंतर्गत UNOPS की उत्तर प्रदेश की स्टेट कनसल्टेंट ईशा सिंह और मिर्ज़ापुर के डिस्ट्रिक्ट कनसल्टेंट रवि पाण्डेय ने ग्राम पंचायत दुबरा पहाड़ी के गहिरा गाँव का जायजा लिया। उनके साथ नवनिर्वाचित प्रधान जयशंकर बिन्द भी थे। उन्होंने गहिरा में घूमकर पेयजल के स्रोतों, और ग्रे वाटर मैनेजमेन्ट की वास्तविक स्थिति का अवलोकन किया। ईशा सिंह गाँव में पानी कि समस्या से व्यथित नज़र आयीं।
ईशा सिंह ने ग्रामीण समूह को एकत्रित कर उनसे इन समस्याओं के विषय में बात की, उन्हें इस सम्बन्ध में सुझाव दिये और जागरूक करने का प्रयास किया। रवि पाण्डेय को प्रधान जयशंकर बिन्द ने आश्वासन दिया कि उनके प्रयासों के लिए हम हर संभव सहायता उपलब्ध कराएंगे। ग्राम प्रधान और ग्रामीण समुदाय ने ईशा सिंह और रवि पांडेय को अपने गाँव में जागरूकता प्रसार के प्रयास के लिए धन्यवाद दिया।
नवनिर्वाचित प्रधान जयशंकर बिन्द ने बताया की जल के गिरते स्तर के कारण ये पूरा इलाका पानी की किल्लतों से बुरी तरह प्रभावित है। अगर जल्द हीं जल संरक्षण के प्रयास नहीं किये गये तो इसे रेगिस्तान बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। वैसे ही हम जल संकट का सामना कर रहे हैं. जयशंकर जी ने जल्द हीं ईशा सिंह द्वारा सुझाये गये जल संचय के उपायों को अमल में लाने की बात स्वीकार की।