रालोद नेता डॉ मैराजुद्दीन अहमद ने कहा: मुनव्वर राणा के बयान के गलत मायने निकाले गए


पूर्व सिंचाई मंत्री ने कहा ‘‘ राणा ने जो बयान दिया है, वह किसी धर्म या जाति के लोगों या धर्म के प्रति किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं दिया है, उनका बयान ऐसे लोगों के खिलाफ था जो राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं और देश को तोड़ने की बात करते हैं।’’


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उत्तर प्रदेश Updated On :

मेरठ। फ्रांस में हुए आतंकी हमलों को लेकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा के विवादित बयान को रालोद नेता एवं पूर्व सिंचाई मंत्री डॉ. मैराजुद्दीन अहमद ने आपसी सौहार्द बनाने की कोशिश करार दिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजकर राणा पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का अनुरोध किया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित इस पत्र में पूर्व सिंचाई मंत्री एवं राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ अहमद ने कहा है कि मुनव्वर राणा के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और गलत मायने निकाले गये हैं।

पूर्व सिंचाई मंत्री ने कहा ‘‘ राणा ने जो बयान दिया है, वह किसी धर्म या जाति के लोगों या धर्म के प्रति किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं दिया है, उनका बयान ऐसे लोगों के खिलाफ था जो राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं और देश को तोड़ने की बात करते हैं।’’

पत्र में डॉ अहमद ने लिखा है कि मुनव्वर राणा भारत के एक जिम्मेदार नागरिक हैं तथा साहित्य में उनकी एक अलग पहचान है। उन्होंने लिखा है ‘‘ऐसे व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होना भारतीय संविधान की मूल भावना के विपरीत है। पूरी दुनिया में मुन्नवर राणा को सम्मान से देखा जाता है।’’

पूर्व सिंचाई मंत्री ने अपने इस पत्र की एक प्रति प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को भी भेजी है।

गौरतलब है कि गत दो नवम्बर को राणा द्वारा फ्रांस की घटना को कथित समर्थन देने के बाद लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज कोतवाली में उनके खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। यह एफआईआर हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर दीपक पाण्डेय ने दर्ज कराई है।



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