आजमगढ़। एक हफ्ता पहले उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की गोली मारकर की गई हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, साथ ही इस हत्याकांड को लेकर सियासत भी तेज हो गयी है। बृहस्पतिवार को मृतक प्रधान के परिवार से मिलने जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने बीच में रोक लिया। सर्किट हाउस के अंदर कांग्रेस के बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत को जिला प्रशासन ने गांव में जाने पर रोक दिया है। सभी बड़े नेताओं को सर्किट हाउस में एक तरह से नजरबंद कर रखा गया है, साथ ही किसी कार्यकर्ता को भी बड़े नेताओं से मिलने की इजाजत नहीं है। अब इस पूरे मामले को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी बिल्कुल खामोश हैं।
वाराणसी पहुंचने पर नीतिन राउत ने ट्वीट किया ” मैं अभी बनारस एयरपोर्ट से आज़मगढ़ बांसगांव के लिए निकला हूं, जहां एक दलित प्रधान की हत्या कर दी गई। यहां हालात गंभीर है किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है। हम बाबा साहब अम्बेडकर और राजीव गांधी जी के सपने की हत्या नही होने देंगे।”
कांग्रेस के बड़े नेताओं को मृतक परिवार ने मिलने से रोके जाने और उन्हें नजरबंद करने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश बना हुआ है। सर्किट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।
बता दें कि बीते दिनों दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की बाइक सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कथित तौर पर एक उच्च जाति के आरोपी द्वारा उसे मार दिया गया क्योंकि प्रधान ने सामाजिक न्याय की वकालत की थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में विवेक सिंह भोलू, सूर्यांश कुमार दुबे, बृजेंद्र सिंह गप्पू, वसीम के खिलाफ केस दर्ज किया था। आरोपियों के खिलाफ रासुका और गैंगस्टर ऐक्ट लगाने के साथ ही 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।