बदायूं। जिले के तहसील दातागंज के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) के वाहन चालक (ड्राइवर) ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
मृतक के परिजनों ने एसडीएम द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इस बीच, पुलिस ने ड्राइवर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
पुलिस ने बताया कि तहसील दातागंज के उप जिलाधिकारी के ड्राइवर उपेंद्र (45) वर्ष ने शनिवार सुबह अपने सरकारी मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि मूल रूप से थाना मूसाझाग के ग्राम गुलरिया के रहने वाले मृतक रूपेंद्र के परिजनों ने एसडीएम पर गाड़ी मरम्मत के भुगतान में आनाकानी करने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
इस मामले पर दातागंज के उप जिलाधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि उनका ड्राइवर रूपेंद्र पिछले लगभग 20 दिन से गाड़ी की मरम्मत कराने बदायूं गैराज में गया हुआ था। बीती रात वह वापस आया और गाड़ी खड़ी करके अपने सरकारी मकान में चला गया, सुबह वे तैयार होकर निकले तो उन्होंने ड्राइवर को गाड़ी लेकर आने के लिए फोन किया किंतु कई बार फोन करने पर भी जवाब नहीं मिला तो उन्होंने अर्दली को ड्राइवर के मकान में भेजा जहां ड्राइवर का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। इस घटना पर बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि दातागंज के एसडीएम के ड्राइवर द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला संज्ञान में आया है।
उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है,पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।