मध्यप्रदेश सरकार के एक आला अधिकारी ने बुधवार को पुष्टि की कि पड़ोसी खरगोन जिले के जिस 65 वर्षीय पुरुष की तीन दिन पहले मौत हुई थी, वह कोरोना वायरस से संक्रमित था। इसके साथ ही, राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है।
तीन दिन पहले हो चुकी थी मौत
खरगोन के जिलाधिकारी गोपालचंद्र डाड ने बताया, “हमें इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की एक प्रयोगशाला से मिली जांच रिपोर्ट से पता चला है कि धरगांव का 65 वर्षीय पुरुष कोरोना वायरस से संक्रमित था। इस व्यक्ति की तीन दिन पहले ही इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय में इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।” उन्होंने बताया, “मरीज को सांस लेने में तकलीफ के चलते खरगोन जिले के एक अस्पताल में हाल ही में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर उसे रविवार को इंदौर के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया था।”
खरगोन जिले का मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित
डाड ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाला व्यक्ति कैंसर, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और सांस की बीमारी से पहले ही पीड़ित था। वह खरगोन जिले का पहला कोरोना वायरस संक्रमित मरीज था। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि खरगोन जिले से गंभीर हालत में लाये गये इस व्यक्ति की रविवार को ही मौत हो गयी थी।
राज्य के कुल 86 कोरोना संक्रमितों में से 63 इंदौर के
अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक सूबे में कुल 86 लोग कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आये हैं। इनमें इंदौर के सर्वाधिक 63 मरीज हैं। इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो मरीजों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में इस महामारी से संक्रमित होने के बाद अब तक इंदौर के तीन, उज्जैन के दो और खरगोन के एक मरीज की मौत हो चुकी है।