लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सपा नेता और उनके बेटे की हत्या के आरोपी को घटना के छह घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी यमुना प्रसाद ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीम लगाई थी। पुलिस ने गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि इस घटना का एक हैरान कर देने वाला वीडियो भी आया है, जिसमें दो शख्स करीब से पिता-पुत्र को राइफल से गोली मारते हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
गांव में मनरेगा योजना के तहत चक रोड बनाई जा रही है जिसे लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी, जिसके बाद दोनों आरोपियों ने पिता-पुत्र को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। मालूम हो कि सपा नेता छोटे लाल दिवाकर और उनका पुत्र सुनील सड़क के काम का निरीक्षण कर गए थे। इस सड़क के काम को लेकर उनका दोनों आरोपियों से उनका विवाद हो गया। दोनों आरोपी छोटेलाल को धमकाने के लिए राइफलें लेकर वहां पहुंच गए थे। उनमें से एक व्यक्ति क्षेत्र का दबंग बताया जा रहा है। उसकी पहचान सतविंदर के रूप में हुई है।
करीब ढाई मिनट के इस वीडियो में दो शख्स हाथ में राइफल लिए दिखाई पड़ रहे हैं। वहीं, वीडियो में एक व्यक्ति ‘गोली चला’ कहते हुए सनाई दे रहा है। वहां,मौजूद कुछ अन्य लोग हथियारबंद दोनों लोगों को समझाने का प्रयास करते हैं। जिसके बाद वे दोनों कुछ दूर वापस जाते हैं और फिर राइफल से निशाना लगाकर पिता-पुत्र पर गोली चला देते हैं।गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई है।सपा नेता की पत्नी गांव में प्रधान हैं। पिता-पुत्र की हत्या करने वाले दोनों आरोपी इस बात से नाराज थे कि मनरेगा के तहत बन रही सड़क उनके खेतों से होकर गुजर रही थी। इस मामले को लेकर दोनों पक्षों में पहले भी विवाद और कहा-सुनी हुई थी।
इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस ने कहा कि वह जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। संभल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी यमुना प्रसाद ने कहा,गोली चलाने वालों में एक ही पहचान इलाके के दबंग के रूप में हुई। हमने कुछ लोगों को पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है।हमें उम्मीद है कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारी होगी।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष फिरोज़ खान ने कहा कि छोटे लाल दिवाकर को 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा का उम्मीदवार घोषित किया गया था। हालांकि, यह सीट गठबंधन में सहयोगी दल के खाते में जाने वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे। सपा नेता ने दिवाकर की हत्या के लिए इलाके के स्थानीय गुंडो को जिम्मेदार ठहराया है।