लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ ने शनिवार को राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों में ‘कलाकार घेरा‘ कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय जनता पार्टी के राज में कथित तौर पर कलाकारों के उत्पीड़न के खिलाफ अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति के जरिए विरोध जताया।
सपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार, सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों में ‘कलाकार घेरा‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के जरिये कलाकारों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कलाओं के राजनीतिकरण के खिलाफ सत्ता दल की साजिशों की निंदा करते हुए भाजपा सरकार को भी हटाने का संकल्प दोहराया।
राजधानी लखनऊ में समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव अच्छे लाल सोनी की उपस्थिति में लखनऊ महानगर एवं लखनऊ जिला में कलाकार घेरा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कलाकारों ने भागीदारी की जबकि गाजीपुर में सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशीनाथ यादव, पारस नाथ यादव व विजय यादव के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आजमगढ़ में सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोलंकी भुर्जी और अशोक के नेतृत्व में बैठक कर कलाकारों के साथ भाजपा सरकार के कथित अपमानजनक व्यवहार को शर्मनाक बताया गया। इसी तरह प्रदेश के सभी जिलों में कलाकारों ने घेरा कार्यक्रम आयोजित किया।
बयान के अनुसार, एकमत होकर कलाकारों ने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए कलाकारों पर अनुचित दबाव बनाया जाता है तथा कलाकारों के मानदेय और पेंशन में भेदभाव किया जाता है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि कलाकार घेरा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एकत्र कलाकारों ने भाजपा को सत्ता से हटाने और 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार बनाने का संकल्प दोहराया।