Social Distancing अपील की धज्जियां उड़ाते ISBT में जुटे हज़ारों लोग


अधिकारी बसों का इंतजाम करने में जुटे हैँ. वहां भीड़ इस कदर है कि पुलिस को व्यवस्था संभालने में पसीने छूट रहे हैं. अधिकारियों ने अनुमान लगाया है किसुबह छह बजे से रातआठ बजे तक दिल्ली बार्डर पर यूपी गेट के रास्ते करीब पांच लाख लोगों ने दिल्ली से पलायन किया है. इनमें से करीब साढ़े तीन लाख लोग कौशांबी और लालकुआं से बसों में बैठकर अपने गांव के लिए निकले हैं तो करीब डेढ़ लाख लोगों पैदल ही सफर शुरू कर दिया है.



प्रवासियों की ये भीड़ …किसके लिए हानिकारक नहीं है ? 
दिल्ली के आनंद विहार बस स्टैंड पर शनिवार सुबह से रात हजारों की संख्या में लोग जुटे रहे. देर रात तक स्टेशन पर हजारों की संख्या में लाेग यूपी और बिहार के अलग अलग जिलों में जाने के लिए बसों का इंतजार कर रहे हैं. अधिकारी बसों का इंतजाम करने में जुटे हैँ. वहां भीड़ इस कदर है कि पुलिस को व्यवस्था संभालने में पसीने छूट रहे हैं. अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि सुबह छह बजे से रात आठ बजे तक दिल्ली बार्डर पर यूपी गेट के रास्ते करीब पांच लाख लोगों ने दिल्ली से पलायन किया है. इनमें से करीब साढ़े तीन लाख लोग कौशांबी और लालकुआं से बसों में बैठकर अपने गांव के लिए निकले हैं तो करीब डेढ़ लाख लोगों पैदल ही सफर शुरू कर दिया है. यह आंकड़ा शुक्रवार को हुए पलायन के सापेक्ष लगभग दो गुना है.

रात तक भी नहीं रुका लोगों का आने का सिलसिला 
यूपी गेट बार्डर पर तैनात पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से लोगों का हुजूम सुबह छह बजे आना शुरू हुआ और रात के आठ बजे तक रुका नहीं. यह स्थिति उस समय है जब गाजियाबाद पुलिस यूपी गेट से लगातार लोगों को बस में बैठाकर कौशांबी और लालकुंआ पहुंचा रही है. दरअसल, जैसे जैसे सूचना दिल्ली में फैल रही है कि यूपी गेट से गांव जाने के लिए बसों की व्यवस्था है, जो लोग अब तक नहीं जाने का मन बनाए बैठे थे, वह भी अपने गांव के लिए निकल पड़े हैं.
यातायात निरीक्षक बीपी गुप्ता ने बताया कि दोपहर बाद बसों की फ्रीक्वेंसी कम हो गई. सभी लोगों के लिए यूपी गेट से बस की व्यवस्था नहीं हो पायी. बावजूद इसके किसी के माथे पर शिकन नहीं था. लोग बस यही चाह रहे थे कि जैसे भी वह दिल्ली की सीमा पारकर यूपी में घुस जाएं. रास्ते में कहीं ना कहीं बस ट्रक या कोई अन्य साधन तो गांव जाने के लिए मिल ही जाएगा.



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