
गाजीपुर। मुख़्तार अंसारी और उनके करीबियों के खिलाफ गाजीपुर जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। बुधवार को गाजीपुर जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख़्तार अंसारी के सगे भाई, पीए व अन्य सहयोगियों के 10 शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। जिनमे से आठ शस्त्रों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया, जबकि दो शेष लखनऊ की शस्त्र दुकान पर जमा है, जिन्हें कब्जे में लेने के लिए पुलिस टीम रवाना हो गई है।
पुलिस के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी के सगे भाई सिब्गत्तुल्ला अंसारी के तीन शस्त्र, उनके पीए मिस्बाहुद्दीन के दो, दूसरे पीए जाकिर हुसैन उर्फ़ विक्की के अंसारी का एक, पार्टी कौमी एकता दल से चुनाव लड़े करीबी विक्रम अग्रहरी का एक, उनके करीबी अलाउद्दीन के दो शस्त्र व अबुफकर का एक शस्त्र शामिल हैं। उधर लखनऊ में एक ही शस्त्र लाइसेंस पर कई असलहे खरीदने में एसटीएफ ने मुख़्तार के बेटे अब्बास अंसारी से दुबारा पूछताछ की। करीब 6 घंटे तक चली पूछताछ के दौरान उसके द्वारा खरीदे गए असलहों की जानकारी मांगी गई।
एसटीएफ ने अब्बास को जल्द ही फिर पूछताछ के लिए बुलाने को कहा है। बता दें एसटीएफ और पुलिस लगातार मुख़्तार और उनके करीबियों पर शिकंजा कस रही है। गौरतलब है कि अब्बास अंसारी ने एक ही शस्त्र लाइसेंस पर छह असलहे खरीदे थे। इस मामले में लखनऊ के महानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज है। इसके बाद अब्बास के दिल्ली व लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी भी की थी। इस दौरान सभी छह असलहों को जब्त कर लिया गया था। अब उसके पास मौजूद एक पिस्टल के बारे में एसटीएफ ने उससे पूछताछ की। अब्बास ने बताया कि वह पिस्टल दिल्ली के शस्त्र दुकान में जमा है। एसटीएफ ने उस असलहा दुकान मालिक की जानकारी हासिल कर ली है।