उन्नाव : लापता दलित लड़की का शव बरामद, भाजपा ने सपा पर साधा निशाना


उन्नाव में एक दलित लड़की की लाश गुरुवार को मिली है।



उन्नाव। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच दलित लड़की की लाश ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्नाव में एक दलित लड़की की लाश गुरुवार को मिली है। लेकिन बड़ी बात यह है कि इस मामले में लड़की की मां का आरोप है कि बेटी की हत्या सपा सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने की है। जिस मामले के सामने आने के बाद भाजपा ने सपा को घेरना शुरु कर दिया है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे।’

 

जानिए पूरा मामला

उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब थी। पीड़िता की मां ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। जहां गुरुवार को उसकी बेटी की का शव बरामद किया गया।

लड़की की मां ने सपा के पूर्व राज्यमंत्री ओर सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व. फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था। इसके बावजूद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी। यहीं नहीं 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे मां कूद गई थी।

मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया, जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका। बीते 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई। वहीं पुलिस को तमाम साक्ष्यों के आधार पर जानकारी हुई कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ था।

इस पर सदर कोतवाली पुलिस स्वाट टीम के सभी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर खुदाई शुरू करवाई। इसके बाद 4 फीट गड्ढा खोदने के बाद शव को बरामद कर लिया। परिजनों को सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। वहीं मौके पर पहुंची मां ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर दरोगा जी पहले ही हमारा साथ देते तो मेरी बेटी आज जिंदा होती।

लड़की के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी लड़की की लाश दिव्यानंद आश्रम में मिली है, दिव्यानंद आश्रम में मेरी लड़की कैद थी, तब प्रेम नारायण दीक्षित दरोगा थे, यहां उन्होंने दरवाजा नहीं खुलवाया था, उन्हीं का हाथ है, प्रेम नारायण दीक्षित और राजोल सिंह ने मिलकर हमारी लड़की को मरवा दिया है।

इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि इस मामले में एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है. इस घटना में जो अन्य साथी है, उनको पता कर गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा.



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