बलिया। उत्तर प्रदेश सरकार के दिव्यांग जन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने शुक्रवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (एआईएमाईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन करने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर को ‘‘समाज का दुश्मन’’ करार दिया तथा कहा कि महाराजा सुलेदेव से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
मंत्री आज जिले के रसड़ा क्षेत्र के कमतैला गांव में नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय के लोकार्पण के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने भाजपा के पूर्व सहयोगी ओमप्रकाश राजभर के ओवैसी से हाथ मिलाने के सवाल पर विवादित बयान देते हुए कहा, ‘ओमप्रकाश राजभर समाज के दुश्मन हैं और महाराज सुहेलदेव को धोखा देने वाले हैं। वह महाराज सुहेलदेव के नाम पर पार्टी बनाकर सैयद सालार गाजी की औलादों से हाथ मिलाने वाले हैं।’
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए अनिल राजभर ने कहा, ‘इनको न समाज से लेना-देना है और न ही महाराजा सुहेलदेव के सम्मान से कुछ लेना देना है। ये पहले भी सैयद सालार गाजी की औलाद मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के साथ हाथ मिलाकर उनके साथ राजनीति कर चुके हैं।’
मंत्री ने कहा, ‘ओवैसी से हाथ मिलाकर वह (ओमप्रकाश राजभर) राजभरों को गुमराह करना चाहते हैं लेकिन उनका चेहरा बेनकाब हो गया है तथा अब राजभर समाज गुमराह होने वाला नहीं है।’ अनिल राजभर ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के स्कूलों की तुलना किए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया और संजय सिंह को वाराणसी आकर स्कूल देखने की चुनौती दी।
उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली के परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या क्यों घट रही है, जबकि उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है।
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर के ‘‘ताड़ी पीने से कोरोना नहीं होने’’ और ‘‘गंगाजल से शुद्ध ताड़ी’’ वाले बयान पर मंत्री ने कहा कि यह बसपा का संस्कार और संस्कृति है।
उल्लेखनीय है कि सैयद सालार गाजी के बारे में राजभर समाज के नेताओं का कहना कि जब उसने आक्रमण किया तो राजभर समाज के राजा सुहेलदेव ने उसे पराजित किया था।