यूपी: नफरत फैलाने वालों पर प्यार की जीत, मुश्किलों के बावजूद अपने रिश्ते पर अडिग रहा कपल


देश में लव जिहाद का मुद्दा काफी गंभीर है। इस मुद्दे की आड़ में कुछ लोग नफरत फैलाने का काम कर रहे है, लेकिन उत्तर प्रदेश के एक कपल ने ऐसे लोगों का डटकर सामना किया और अपने रिश्ते पर अडिग रहे।


नागरिक न्यूज नागरिक न्यूज
उत्तर प्रदेश Updated On :

लखनऊ/बरेली। देश में लव जिहाद का मुद्दा काफी गंभीर है। इस मुद्दे की आड़ में कुछ लोग नफरत फैलाने का काम कर रहे है, लेकिन उत्तर प्रदेश के एक कपल ने ऐसे लोगों का डटकर सामना किया और अपने रिश्ते पर अडिग रहे। लड़की एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षिका हैं। वहीं लड़का एक निजी फर्म में काम करता था। दोनों कॉमन फ्रेंड की प्री-वेडिंग पार्टी में मिले और बातचीत की। यहां से दोनों की प्रेम की शुरुआत हुई। लगभग एक साल बाद दोनों ने अपने माता-पिता को अपने इस रिश्ते के बारे में बताया और शादी की इच्छा जाहिर की।

अदिति (अनुरोध पर बदला हुआ नाम) ने कहा, शुरूआत में हमारे परिवारों ने विरोध किया था, क्योंकि मैं एक हिंदू हूं और वह एक मुस्लिम है। लेकिन समझाने के बाद हमारे परिवार मान गए। वे एक-दूसरे से मिले और हम शादी के लिए तैयार हो गए।

उन्होंने आगे कहा, हमारी सगाई के दिन से ही परेशानी शुरू हो गई थी। एक स्थानीय होटल में सगाई समारोह से कुछ ही मिनट पहले भगवा गमछा पहने कुछ लोग अंदर घुस आए और नारेबाजी करने लगे। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते कि क्या हो रहा है, पुलिस ने आकर उस्मान (बदला हुआ नाम) का कॉलर पकड़ लिया और उसे घसीटते हुए ले जाने लगी। उस्मान के पिता ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उन्हें भी थाने ले जाया गया।”

घटना के बारे में बात करते हुए अदिति ने कहा कि वह और उसका परिवार उनके पीछे पुलिस स्टेशन गए, जहां इंस्पेक्टर ने उन्हें बताया कि यह लव जिहाद का मामला है।

मैं उन्हें बताती रही कि हम अपने परिवार की सहमति से शादी कर रहे हैं, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। लगभग दो घंटे तक ड्रामा चलता रहा और हमें वकीलों को बुलाने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि हमारे फोन पुलिस अधिकारियों ने ले लिए थे। कट्टरपंथी संगठन के ‘नेता’ भी थाने पहुंचे और उस्मान और उसके परिवार को गालियां देने लगे।

उस्मान और उसके परिवार को बिना किसी एफआईआर के 28 घंटे से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया।

उन्होंने कहा, मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुई। उनकी रिहाई के बाद, जब उस्मान वापस ऑफिस गए, तो वहां भी कट्टरपंथी संगठन के नेता और उनके समर्थक पहुंचे और नारेबाजी की। उन्होंने वहां भी उनके साथ मारपीट करने का प्रयास किया। तमाशा होने के कारण, उस्मान को उनके सीनियर ने विनम्रता से अपना इस्तीफा देने के लिए कहा, क्योंकि वे और कोई परेशानी नहीं चाहते थे।

जहां अदिति अपनी नौकरी जारी रखे हुए है, वहीं उस्मान अब बेरोजगार है।

अदिति ने कहा, इस घटना को हुए लगभग आठ महीने हो चुके हैं। हमें एहसास हो गया है कि हम यहां शादी नहीं कर सकते हैं और न ही हम शांति से रह सकते हैं। उस्मान दिल्ली, मुंबई या यूपी के बाहर कहीं भी नौकरी की तलाश में है और जैसे ही नौकरी मिलती है, हम शिफ्ट हो जाएंगे और वहां शादी कर लेंगे।

अदिति ने कहा कि उनके एक पड़ोसी का बेटा कट्टरपंथी संगठन से ताल्लुक रखता है और घटना के बाद जब उस्मान उनसे मिलने आया तो लड़कों का एक समूह उसके घर के बाहर इकट्ठा हो गया और नारेबाजी करने लगा।

अदिति की मां ने कहा, ‘हम शादी के लिए सिर्फ इसलिए राजी हुए क्योंकि हम चाहते थे कि हमारे बच्चे खुश रहें। हमने अब उन्हें राज्य से बाहर जाने और अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए कहा है। पिछले कुछ महीने हमारे और उस्मान के लिए बुरे सपने की तरह रहे हैं।’