उत्तर प्रदेश बस पॉलिटिक्स : प्रवासी मजदूर लाचार, जारी है सियासी अत्याचार
उत्तर प्रदेश बस पॉलिटिक्स : प्रवासी मजदूर लाचार, जारी है सियासी अत्याचार
उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को घर छोड़ने के लिए शुरू हुई कवायद अब राजनीति में बदल गई है। और योगी सरकार और कांग्रेस के बीच शुरू हुई बस पॉलिटिक्स अब थाने और कोर्ट तक पहुंच गई है।
उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को घर छोड़ने के लिए शुरू हुई कवायद अब राजनीति में बदल गई है। और योगी सरकार और कांग्रेस के बीच शुरू हुई बस पॉलिटिक्स अब थाने और कोर्ट तक पहुंच गई है। यूपी पहुंची दो बसों को फिटनेस संबंधी कागजात पूरे न होने पर सीज कर दिया गया है। आगरा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर एफआईआर के बाद अब नोएडा प्रशासन ने चार कांग्रेसी नेताओं समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। जानें क्या है पूरा मामला ?
16 मई, औरैया घटना
यूपी के औरैया में 16 मई को हुए एक ट्रक एक्सिडेंट में 26 मजदूरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद यूपी के सीएम ने मजदूरों के पैदल, साइकिल और ट्रकों के जरिए अपने घर जाने पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के बाद राज्य की सीमा पर मजदूरों की भीड़ लग गई। मजदूरों के साथ हो रही दुर्घटनाओं के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी थी।
हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों की संख्या में राष्ट्र निर्माता श्रमिक और प्रवासी भाई-बहन धूप में पैदल चल रहे हैं। परमीशन दीजिए @myogiadityanath जी, हमें अपने भाइयों और बहनों की मदद करने दीजिए pic.twitter.com/kNyxdKyxZA
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
17 मई को प्रियंका गांधी ने 2 वीडियो शेयर कर राजनीति न करने का लगाया आरोप
प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए राज्य की 12 हजार बसों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद प्रियंका गांधी ट्विटर पर दो वीडियो संदेश जारी करती हैं। पहली वीडियो में यूपी बॉर्डर पर खड़ी बसों की लंबी कतार को दिखाया गया था। दूसरे वीडियो में प्रियंका गांधी का वीडियो संदेश था जिसमें वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से राजनीति न करने की अपील कर रहीं थीं।
18 मई को उत्तर प्रदेश सरकार ने दी बसों को अनुमति
18 मई को उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने प्रियंका के निजी सचिव को पत्र लिखकर बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट, चालक के ड्राइविंग लाइसेंस सहित परिचालक का ब्यौरा मांगा था। साथ ही सभी बसों को मंगलवार सुबह 10 बजे तक लखनऊ पहुंचाने को कहा। इसके बाद चिट्ठियों का सिलसिला शुरू हो गया।
..हमें उप्र में पैदल चलते हुए हजारों भाई-बहनों की मदद करने के लिए, कांग्रेस के खर्चे पर 1000 बसों को चलवाने की इजाजत देने के लिए आपको धन्यवाद। आपको उप्र कांग्रेस की तरफ से मैं आश्वस्त करती हूँ कि हम सकारात्मक भाव से महामारी और उसके चलते लॉकडाउन की वजह से पीड़ित उप्र के..2/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 18, 2020
कांग्रेस ने कहा खाली बसें लखनऊ भेजना संसाधनों की बर्बादी
प्रियंका के निजी सचिव संदीप सिंह ने अपर मुख्य सचिव गृह को भेजे पत्र में कहा, मजदूर यूपी की सीमाओं पर हैं। खाली बसें लखनऊ भेजना संसाधनों की बर्बादी और अमानवीयता है। गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर से बसों को चलने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्ति करें।
यूपी सरकार ने कहा 19 मई को डीएम गाजियाबाद को मुहैया कराएं 500 बसें
अपर मुख्य सचिव गृह ने लिखा, आप नोएडा व गाजियाबाद बॉर्डर पर बस देना चाहते हैं तो डीएम, गाजियाबाद को 500 बसें सुबह 12 बजे तक उपलब्ध करा दें। बाकी 500 बसें डीएम नोएडा को एक्सपो मार्ट के नजदीक मुहैया कराएं। जिलाधिकारी बसों का परमिट, फिटनेस, इंश्योरेंस, चालक के लाइसेंस और परिचालक का ब्यौरा देखकर इसका इस्तेामल करेंगे।
19 मई , ‘यात्रियों की सूची और रूट मैप तैयार रखे यूपी सरकार’
प्रियंका के निजी सचिव ने लिखा, कुछ बसें राजस्थान से और कुछ दिल्ली से आ रही हैं। बसें गाजियाबाद और नॉएडा बॉर्डर पर सायं पांच बजे पहुंच जाएंगी। तब तक आप यात्रियों की सूची और रूट मैप तैयार रखेंगे, ताकि इनके संचालन में आपत्ति न हो। प्रियंका के निजी सचिव ने पत्र लिखकर कहा, हम लगभग तीन घंटे से बसें लेकर यूपी बॉर्डर पर ऊंचा नागला पर खड़े हैं, लेकिन आगरा प्रशासन अंदर नहीं घुसने नहीं दे रहा है। आप बसों को अनुमति पत्र भेजिए, ताकि हम आगे बढ़ सकें।
आगरा प्रशासन ने 19 मई को राजस्थान से आ रही बसों पर लगाई रोक
राजस्थान से आ रही बसों को आगरा प्रशासन द्वारा सीमा पर रोक लिया गया। यहां पहुंचे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि प्रशासन बसों को जिले की सीमा में घुसने नहीं दे रहा। वहीं, एसपी पश्चिम रवि कुमार ने कहा,बसों के पास नहीं हैं, इसलिए रोका गया है। कई कांग्रेसी नेता धरने पर बैठ गए।
धरने पर बैठे कांग्रेस नेता लल्लू के खिलाफ महामारी एक्ट में FIR
इससे पहले आगरा में धरने पर बैठे लल्लू को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया था। उनके खिलाफ महामारी ऐक्ट में केस दर्ज किया गया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि लल्लू के खिलाफ धारा 188 और धारा 269 में मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर फतेहपुर सीकरी थाने में की गई है। बुधवार को सुबह कांग्रेस नेता को अदालत में पेश किया गया ।
कांग्रेस के नेता मंगलवार को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ऊंचा नगला बॉर्डर पर बड़ी संख्या में प्राइवेट बसें लेकर पहुंच गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन बसों को प्रदेश में नहीं घुसने दिया, जिसके बाद धरने पर बैठे यूपी के दो कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया गया था।
स्कूल बसें भेजीं, 4 कांग्रेसी नेताओं पर FIR
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से भेजी गई बसों को लेकर नोएडा (Noida) प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में कांग्रेसी नेता समेत चार लोगों के नाम हैं। ये बसें एमिटी और महामाया फ्लाईओवर के पास जुटाई गई थीं। दो बसों का फिटनेस न होने पर आरटीओ प्रवर्तन ने उन्हें सीज कर लिया।
4 कांग्रेस नेताओं समेत 50 कार्यकर्ताओं पर FIR, दो बसें सीज
नोएडा के एमिटी और महामाया फ्लाईओवर के पास मंगलवार रात को बसें जुटाई गईं। यहां आई बसों की जांच प्रशासन ने की। प्रशासन ने बसें जुटा रहे चार कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और दो बसें सीज कर दीं। प्रदेश में प्रवासी मजदूरों की सहायता पर राजनीति उस वक़्त भी जारी है जब प्रदेश के सैकड़ों लोग दूसरे राज्यों के बॉर्डर पर इकट्ठा हैं। इस उम्मीद के साथ कि जो हुक्मरान चुनावों में पैरों में लोटने को तैयार रहते हैं, गिड़गिड़ाने को तैयार रहते हैं, इस संकट में एक हजारों बसों में से एक बस तो मुहैया करा ही देंगे।