अपराध उन्मूलन में गाजीपुर पुलिस कर रही फर्जी केस में गिरफ्तारियां

जिले के पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे की कार्रवाई में पुलिस ने 21 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर उचित कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है।

गाजीपुर। कानून के राज में किस तरह अपराध उन्मूलन के नाम पर  अपराधी बनने के लिए पुलिस उकसाती है इसका उदाहरण गाजीपुर है। जिले में शनिवार को 21 लोगों को करीब-करीब एक ही तरह के मामले में गिरफ्तार किया गया। जिले के पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे की
कार्रवाई में पुलिस ने 21 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर उचित
कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है।

इसमें से एक मामला सुहवल थाने के पटकनिया गांव के चंद्रभूषण सिंह का भी है। मामला शुक्रवार सुबह करीब सात बजे की है। सुहवल थाना पुलिस का दल पटकनिया गांव के चंद्रभूषण के घर पहुंचती है। चंद्रभूषण के पिता रामबचन सिंह पुलिस के लिए दरवाजा खोलते हैं। पुलिस का दल उसके घर में दाखिल होता है और पूछता है कि चंद्र भूषण कहां हैं, पिता ने बताया, वो घर के अंदर है। पुलिस उसको बुलवाती है और पकड़कर थाने ले जाती है।

गांव-घरवालों को यह मामला समझ नहीं आता है। चंद्र भूषण के पिता किसान हैं और वो थाना-पुलिस के मामले से दूर भागते हैं। कुछ लोगों को लेकर रामबचन थाना पहुंचते हैं तो पुलिस उनको कुछ भी साफ नहीं बताती है। शनिवार सुबह जब वो फिर थाने पहुंचते हैं तो पता चलता है कि पुलिस ने उनके बेटे को एक किलो आठ सौ ग्राम अवैध गांजा मामले में पकड़ा है। और पुलिस ने यह बताया कि गांव से करीब सात किलोमीटर दूर वीर अब्दुल हमीद सेतु पर चंद्र भूषण को गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद सुहवल थानाध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव का कहना है, गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह गांजा बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। जबकि मिली जानकारी के मुताबिक, चंदभूषण गाजीपुर में एक कंस्ट्रक्शन फर्म में पिछले तीन साल से काम कर रहा है। दो महीने पहले उसकी शादी हुई है।

दरअसल, शुक्रवार और शनिवार को जिले में अपराध उन्मूलन को लेकर पुलिस अभियान चला रही थी। इसके मद्देनजर जिले का हरेक थाना टॉप-10 अपराधियों को पकड़ रही थी। इसी सूची में सुहवल थाने ने चंद्र भूषण सिंह का नाम डाल दिया। चंद्र भूषण पर तीन पुराने मामले दर्ज हैं। गांव वालों का कहना है कि वह अपनी पुरानी गलतियों को सुधारकर नौकरी कर रहा था। दो महीने पहले वह वैवाहिक जीवन में आकर सीधा-सादा जीवन गुजार रहा था। उसकी मां पुष्पा सिंह का कहना है कि मेरे बेटे को इस तरह से झूठे मामले में फंसाकर पुलिस उसके जीवन के साथ खेल रही है। योगी सरकार अपराध खत्म करने के नाम पर लोगों को अपराधी तो नहीं बनाये।

बता दें कि जिले में कुल 26 थाने हैं। अधिकांश थानों ने टॉप-10 के नाम पर दबिश दी है। जिले की पुलिस ने जितने लोगों को पकड़ा है उनमें से अधिकांश लोगों पर शुक्रवार और शनिवार के दरम्यान एक किलो से अधिक गांजा में ही चलान हुआ है। कुछ लोगों की गिरफ्तारी में तमंचा और जिंदा कारतूस की बरामदगी दिखाया गया है। इस पूरे मामले में पुलिस की थू-थू हो रही है क्योंकि चंद्र भूषण के मामले की तरह अधिकांश गिरफ्तारियों को फर्जी बताया जा रहा है। जिला पुलिस की विज्ञप्ति के अनुसार, सभी 21 व्यक्तियों पर पुलिस रिकार्ड में  पुराने मामले रहे हैं, लेकिन सवाल यही उठ रहा है कि चंद्र भूषण जैसे कितने लोगों को पुलिस घर से उठा ले गई और झूठा मामला बनाकर फंसा रही है।

First Published on: July 18, 2020 6:42 PM
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