लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन-3 के मद्देनजर सोमवार से नई एडवाइजारी लागू होने के बाद वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने टीम-11 की बैठक में प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की रणनीति पर चर्चा की।
उत्तर प्रदेश में प्रवासी कामगार श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है। सोमवार को भी पांच ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक से प्रवासी कामगार मजदूरों को लेकर प्रदेश में आएँगी। इन लोगों को इनके गृह जिले तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने 10000 बसें लगाई गई हैं। वहां इन्हें शासन के क्वरंटाइन सेंटर ले जाया जाएगा। वहां हेल्थ चेक अप होगा।
पूरे प्रदेश में 50,000 से अधिक मेडिकल टीम इस कार्य में लगी है जो हॉटस्पॉट, क्वरंटाइन सेंटर में स्क्रीनिंग चेकअप टेस्टिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही 11 लाख लोगों की व्यवस्था क्वरंटाइन सेंटर शेल्टर होम में की है। वहां उन्हें कम्युनिटी किचन के जरिए भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कम्युनिटी किचन पहले से ही जियो टैग किए गए हैं। अब क्वरंटाइन सेंटर भी जियो टैग किए जा रहे हैं। चेकअप में स्वस्थ पाए गए लोगों को खाद्यान्न और जरूरतमंदों के भरण-पोषण भत्ता भी देकर घर भेजा जाएगा। जो लोग चेकअप में अस्वस्थ पाए जाएंगे उन्हें हेल्थ सेंटर में उपचार के लिए भेजा जाएगा।