लखनऊ। मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत के ठीक एक दिन बाद डिजिटल माध्यम से हुए मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की आय बढ़ाने के संबंध में आंकड़ेवार अपनी उपलब्धियां गिनाई।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में कृषि एवं कृषि कल्याण के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है और अब देशभर के किसानों का डाटाबेस तैयार होगा, जिसमें किसानों के कल्याण के लिए संचालित सभी योजनाओं को जोड़ा जाएगा।’
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी सम्मेलन में ऑनलाइन शामिल हुए। सम्मेलन के बाद यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में पहली बार मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किये गये। न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य प्रदान करने के साथ ही, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत किसानों को आर्थिक सहायता सुलभ करायी गयी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना सहित विभिन्न योजनाएं प्रभावी ढंग से क्रियान्वित की गयीं।’
उन्होंने कहा, ‘किसानों को समय-समय पर परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा तथा उनके उत्पादों के उचित विपणन की व्यवस्था की जाएगी। पायलट परियोजना के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के तीन जिलों मथुरा, मैनपुरी तथा हाथरस को सम्मिलित किया गया है।’
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन के आयोजन के लिए केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री तथा केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस आयोजन से राज्यों को कृषि एवं किसान कल्याण के सम्बन्ध में रणनीति बनाने में सहायता मिलेगी।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत सभी वक्ताओं ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों को किसान विरोधी बताया था।