
वाशिंगटन। ट्रंप समर्थकों द्वारा अमेरिका के कैपिटल हिल बिंल्डिंग में की गई हुई हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की है। राष्ट्रपति दौर के लिए ट्रंप की प्रतिद्वंदी रहीं और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने तो इस हिंसा को ‘‘देश के ‘आतंकियों’ द्वारा कई हिंसा बताया है। अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपतियों ने तो इस हिंसा के लिए सीधे-सीधे ट्रंप को जिम्मेदार बताया है।
इस हिंसा पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा भड़काने के लिए निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह देश के लिए ‘‘बेहद अपमान और शर्मिंदगी’’ का पल है।
यूएस कैपिटल में बुधवार के हजारों ट्रंप समर्थक दंगाइयों के घुसने और संसद के संयुक्त सत्र को बाधित करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ओबामा का यह बयान आया है। घटना के वक्त संसद का संयुक्त सत्र चल रहा था जिसमें नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी।
ओबामा ने एक बयान में कहा, ‘‘इतिहास कैपिटल में हुई आज की हिंसा की घटना को याद रखेगा जिसे वैध चुनावी नतीजे के बारे में लगातार निराधार झूठ बोलने वाले एक निवर्तमान राष्ट्रपति ने भड़काया। यह अमेरिका के लिए बेहद अपमान और शर्म की बात है।’’
Here’s my statement on today’s violence at the Capitol. pic.twitter.com/jLCKo2D1Ya
— Barack Obama (@BarackObama) January 7, 2021
पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, ‘‘लेकिन, अगर हम ऐसा कहेंगे कि यह एकदम अचानक हुई घटना है तो हम खुद से मजाक कर रहे होंगे।’’
ओबामा ने रिपब्लिकन पार्टी और इसके मीडिया समर्थकों पर भी हमला करते हुए कहा कि वो राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडन की जीत को लेकर अपने समर्थकों से सच छुपाते रहे हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा कि वह और उनकी पत्नी ने पूरा घटनाक्रम देखा।
https://twitter.com/real_GeorgeBush/status/1346967889874714628
उन्होंने कहा, ‘‘यह सब दिल तोड़ने वाला है। यह कैसे किसी ‘बनाना रिपब्लिक’ (कमजोर लोकतंत्र) में चुनाव परिणाम को विवादित बना दिया जाता है, हमारे लोकतांत्रिक गणराज्य में नहीं। चुनाव के बाद से ही कुछ नेताओं के अमार्यदित व्यवहार, हमारी संस्थाओं, हमारी परंपराओं और कानून लागे करने वाली हमारी एजेंसियों के प्रति अनादर के भाव से मैं हतप्रभ हूं।’’
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने इसे अप्रत्याशित घटना बताते हुए कहा, ‘‘यह हमारे संविधान, हमारे देश, हमारी संसद पर हमला है। पिछले कुछ समय से चलाई गये झूठे अभियान से आज यह दिन देखने को मिला है। हमें निश्चित रूप से आज की हिंसा को भुलाकर आगे बढ़ना होगा और अपने संविधान का सम्मान करना चाहिए।’’
The match was lit by Donald Trump and his most ardent enablers, including many in Congress, to overturn the results of an election he lost.
The election was free, the count was fair, the result is final. We must complete the peaceful transfer of power our Constitution mandates.— Bill Clinton (@BillClinton) January 7, 2021
पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा, ‘‘देश के ‘आतंकियों’ ने अमेरिका के लोकतंत्र पर हमला किया और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की प्रक्रिया को बाधित किया।’’
Today, domestic terrorists attacked a foundation of our democracy: the peaceful transfer of power following free elections.
We must reestablish the rule of law and hold them accountable.
Democracy is fragile. Our leaders must live up to their responsibility to protect it.
— Hillary Clinton (@HillaryClinton) January 6, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘हमें फिर से कानून का राज स्थापित करना होगा और उन्हें जवाबदेह बनाना होगा। लोकतंत्र संवेदनशील है। हमारे नेताओं को इसकी रक्षा करने की जिम्मेदारी लेनी होगी।’’
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रह चुके रिपब्लिकन नेता जेब बुश ने आरोप लगाया कि ट्रंप ने इस हिंसा के लिए लोगों को उकसाया।