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अमेरिकी सेना ने सीरिया में अल-कायदा के एक सदस्य के खिलाफ सटीक हवाई हमला किया है। इसकी जानकारी खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने बताया की हमले में मारा गया आतंकवादी पूरे क्षेत्र में अल-कायदा के साथ काम कर रहा था।
इस मौके पर CENTCOM कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने ऑपरेशन की सफलता पर अमेरिकी सेना की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिका और हमारे सहयोगियों को धमकी देने वाले एक और जिहादी को न्याय दिलाया है। यह हमला सीरिया में सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ अमेरिका के जारी अभियानों का हिस्सा है।
अमेरिका का हमले के पीछे मुख्य टारगेट अल-कायदा का एक प्रमुख सदस्य था, जो पूरे क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। हालांकि, अमेरिकी सेना ने ये नहीं बताया कि हमला कहां पर किया गया था। हालांकि, अमेरिकी सेना सफलतापूर्वक अल-कायदा के ऑपरेशन को पूरी तरह से निष्क्रिय कर दिया है। बता दें कि अमेरिकी सेना लगातार सीरिया और अन्य आतंक प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन स्ट्राइक और हवाई हमलों के जरिए आतंकी नेटवर्क को निशाना बना रही है।
अमेरिका लंबे समय से सीरिया और इराक में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ हवाई हमले करता रहा है। इसकी जानकारी इस प्रकार है।
2022: अमेरिका ने ISIS के शीर्ष नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को एक ऑपरेशन में मार गिराया था।
2023: अल-कायदा से जुड़े कई आतंकियों को ड्रोन स्ट्राइक में निशाना बनाया गया।
2024: हाल ही में हिज़्बुल्लाह और अन्य मिलिशिया समूहों पर हमले किए गए थे।
हाल में किए गए हमले इस बात का संकेत देता है कि अमेरिका अब भी सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक नीति अपनाए हुए है।अल-कायदा अब भी मध्य पूर्व में सक्रिय है और यह अमेरिका व उसके सहयोगियों के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है। आतंकी समूह सीरिया और इराक में कमजोर सरकारों का फायदा उठाकर अपनी गतिविधियां बढ़ा रहे हैं। अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ “नो टॉलरेंस” नीति अपनाई हुई है, जिससे वह किसी भी उभरते खतरे को खत्म करने की रणनीति पर काम कर रहा है।