
वाशिंगटन। अमेरिका ने श्रीलंका से दीर्घकालिक समृद्धि के लिए अपनी आर्थिक स्वतंत्रता को सुरक्षित बनाने के लिए कठिन लेकिन आवश्यक निर्णय लेने की अपील की है। दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के प्रमुख उप सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने पत्रकारों से कहा कि अमेरिका सतत आर्थिक विकास के अपने साझा लक्ष्यों और स्वतंत्र और एवं मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए श्रीलंका के साथ साझेदारी करना चाहता है।
हिंद-प्रशांत एक जैव-भौगोलिक क्षेत्र है, जिसमें दक्षिण चीन सागर सहित हिंद महासागर और पश्चिमी एवं मध्य प्रशांत महासागर शामिल हैं। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है, हालांकि ताइवान, फिलीपींस, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं।
थॉम्पसन ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन का जिक्र करते हुए कहा, श्रीलंका के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारी को मजबूत करने और इस क्षेत्र के लिए हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को सुदृढ बनाने के हित में, हम श्रीलंका को आर्थिक विकास के लिए भेदभावपूर्ण एवं अपारदर्शी प्रथाओं के विपरीत पारदर्शी एवं सतत विकल्पों की समीक्षा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
कहा, हम श्रीलंका से दीर्घकालिक समृद्धि के लिए अपनी आर्थिक स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के लिए कठिन लेकिन आवश्यक निर्णय लेने की अपील करते हैं और हम उसके आर्थिक विकास और उत्थान के लिए श्रीलंका के साथ साझेदारी करने को तैयार हैं।
थॉम्पसन ने बताया कि मजबूत, स्वतंत्र और लोकतांत्रिक श्रीलंका के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराने के लिए पोम्पिओ कोलंबो में श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्द्धने से मुलाकात करेंगे।