UN महासभा के 75वें सत्र में अशरफ गनी ने आतंकवाद की समस्या का उठाया मुद्दा

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संयुक्त राष्ट्र। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार कहा कि अफगानिस्तान में स्थायी शांति कायम करने के लिए, ‘‘ हमारे क्षेत्र को नुकसान’’ पहुंचा रहे आतंकवाद की समस्या की जड़ तक पहुंचने और इससे एक वैश्विक खतरे के तौर पर निपटने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में आम चर्चा में अपने रिकॉर्डेड संदेश में गनी ने उन मुद्दों पर चर्चा की, जिससे उनका युद्धग्रस्त देश पिछले कई वर्षों से जूझ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ युद्ध और हिंसा के तरीकों में बदलाव आया है, जिसे हमने झेला है और अब भी झेल रहे हैं। वैश्विक आंतकवाद का एक नया रूप सामने आया है जिसमें हम जी रहे हैं और मर रहे हैं, जिसमें वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क, वैश्विक आपराधिक नेटवर्क के साथ निकटता से जुड़ा है, जिससे युद्ध पूरी तरह से गैर परम्परागत हो गए हैं तथा शांति-निर्माण और चुनौतीपूर्ण बन गया है।’’

गनी ने कहा कि एक देश और समाज के तौर पर अफगानिस्तान ने तालिबान के साथ सीधी शांति वार्ता शुरू करने जैसा कठोर निर्णय लेने का साहस दिखाया।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह काफी नहीं होगा। अफगानिस्तान में स्थायी शांति कायम करने के लिए , हमारे क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रहे आतंकवाद की समस्या की जड़ तक पहुंचने और इससे एक वैश्विक खतरे के तौर पर निपटने की जरूरत है।’’