बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने देश में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने राष्ट्रीय सहमति की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिससे स्थिरता और विकास को बढ़ावा मिल सके। प्रथोमालो को दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने देश की मौजूदा स्थिति और पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मोहम्मद यूनुस के अंतरिम प्रशासन की पुलिसिंग विफलताओं पर चिंता जताई और देश में शांति, सुशासन और विकास के लिए राजनीतिक दलों की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता बताई।
जनरल वकार ने कहा कि शांति और स्थिरता बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, “बिना शांति और स्थिरता के, विकास और सुशासन संभव नहीं है। हमें आपसी सहिष्णुता को बढ़ावा देना होगा और सुलह की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राष्ट्रीय सहमति का वातावरण बनाना होगा।”
उन्होंने भारत के साथ संबंधों पर बयान देते हुए कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच परस्पर निर्भरता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों को अपनी सुरक्षा, आर्थिक गतिविधियों और अन्य आवश्यकताओं के लिए एक-दूसरे पर निर्भर रहना होगा। अच्छे संबंध बनाए रखना दोनों देशों के हित में है। हम अपने किसी पड़ोसी देश के साथ ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो उनके रणनीतिक हितों के खिलाफ हो।
जनरल वकार ने देश में निष्क्रिय पुलिस प्रशासन के बीच सेना की भूमिका बढ़ाने की संभावनाओं को खारिज किया। उन्होंने बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को पूर्ण समर्थन का वादा किया और संस्थानों की पुनर्बहाली के लिए एक राजनीतिक रूप से सशक्त सरकार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक दलों और सरकार की जरूरत है। बिना राजनीति और राजनीतिक सरकार के देश में संस्थागत बहाली संभव नहीं है। म्यांमार में चल रहे गृह युद्ध पर बोलते हुए जनरल वकार ने स्वीकार किया कि बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा संबंधी चिंताएं मौजूद हैं। उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ संतुलित और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।