
बीजिंग। ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता ऋण राशि दी है, जिसका इस्तेमाल इस महामारी से होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करने के लिए किया जाएगा।
शंघाई स्थित एनडीबी की स्थापना ब्रिक्स देशों के सदस्यों ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका ने 2014 में की थी और इस समय इसका नेतृत्व दिग्गज भारतीय बैंकर केवी कामथ कर रहे हैं। एनडीबी के निदेशक मंडल ने 30 अप्रैल को भारत के लिए ‘आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण’ को मंजूरी दी थी और इसका मकसद कोरोना वायरस महामारी के कारण होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करना है।
बैंक के उपाध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी झेन झू ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, ‘‘एनडीबी विपत्ति के समय में अपने सदस्य देशों की मदद करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तत्काल अनुरोध पर तेजी से कार्रवाई करते हुए भारत को आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण को मंजूरी दी गई।’’