लंदन। ब्रिटेन ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह यूक्रेन की सरकार को मास्को समर्थित प्रशासन से बदलना चाहता है और कहा कि यूक्रेन के पूर्व सांसद येवेनी मुरायेव को इसके लिए संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है।
मुरायेव रूस समर्थक छोटी पार्टी नाशी के प्रमुख हैं, जिसके पास वर्तमान में यूक्रेन की संसद में कोई सीट नहीं है। ब्रिटेन के विदेश कार्यालय ने यूक्रेन के कई अन्य नेताओं का नाम लिया, जिनके बारे में कहा गया कि उनके रूसी खुफिया सेवाओं के साथ संबंध रहे हैं।
ब्रिटेन की सरकार ने यह दावा एक खुफिया आकलन के आधार पर किया है लेकिन इसके समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है। ब्रिटेन ने यह आरोप ऐसे वक्त में लगाए हैं जब रूस और पश्चिमी देशों के बीच यूक्रेन को लेकर तनाव चल रहा है। विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा कि ये जानकारी ‘‘यूक्रेन का विनाश करने के इरादे से की जा रही रूसी गतिविधि पर प्रकाश डालती है और क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) की सोच को दर्शाती है।’’
ब्रिटेन ने संभावित रूसी हमले से यूक्रेन की रक्षा को मजबूत करने के प्रयासों के तहत वहां टैंक रोधी हथियार भेजे हैं। यूक्रेन संकट को कम करने के राजनयिक प्रयासों के बीच, मास्को में वार्ता के लिए ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस के रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मिलने की उम्मीद है। बैठक के लिए कोई समय नहीं दिया गया है। यह 2013 के बाद पहली ब्रिटेन-रूस द्विपक्षीय रक्षा वार्ता होगी।
तीन बाल्टिक देशों- एस्टोनिया, लात्विया और लिथुआनिया के रक्षा मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे यूक्रेन के प्रति एकजुटता और उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
यूक्रेन पर रूस के संभावित हमले का अमेरिका विरोध कर रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट किया कि अमेरिका पूर्व सोवियत गणराज्यों और नाटो देशों के ‘‘यूक्रेन के प्रति समर्थन’’ को सलाम करता है। इस बीच, ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच शुक्रवार को हुई बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला।
एस्टोनिया सोवियत निर्मित हॉवित्जर को यूक्रेन भेजने के लिए जर्मनी की मंजूरी चाहता है, जो कभी पूर्वी जर्मनी का हिस्सा था। जर्मनी ने शुक्रवार को कहा कि वह एस्टोनिया के अनुरोध पर विचार कर रहा है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने आरोप लगाया कि जर्मनी यूक्रेन के लिए पर्याप्त समर्थन नहीं दिखा रहा है।