
बीजिंग। चीन के दिग्गज ई-कॉमर्स कारोबारी जैक मा ने बुधवार को अपने एक ऑनलाइन वीडियो के जरिए करीब ढाई महीने से चल रही अपनी चुप्पी तोड़ी, लेकिन उनकी चुप्पी के बाद कई सवाल अभी भी अनसुलझे हैं, क्योंकि उनके जारी ऑन लाइन वीडियों में उनके ढाई महीने से गायब होने या उसके पीछे वजह क्या है इसकी कोई जानकारी नहीं है।
अक्सर ऐसा होता है कि चीनी सरकार द्वारा जेल में डाले गए किसी बड़ी चीनी शख्सिययों पर जब पूरी दुनिया में हो हल्मा मचता है तो वह इस प्रकार का वीडियों या बयान जारी कर मानवाधिकार के नाम पर दुनिया में हो रही बदनामी को दवाने की कोशिश करता है।
ऐसा इस बार भी हुआ लगता है। मा ने 50 सेंकेड के वीडियो में अपनी परोपकार संस्था द्वारा समर्थित शिक्षकों को बधाई दी और सार्वजनिक जीवन से अपनी अनुपस्थिति तथा नियामकों द्वारा अलीबाबा समूह या आंट ग्रुप की जांच का कोई जिक्र नहीं किया।
इस वीडियो को चीन के कारोबारी समाचार चैनलों और अन्य वेबसाइट पर प्रसारित किया गया।
आमतौर पर मिलनसार और मीडिया के बीच रहने वाले मा को आखिरी बार 25 अक्टूबर को शंघाई सम्मेलन सार्वजनिक रूप से देखा गया था। इस दौरान मा ने चीन के वित्तीय नियामकों की आलोचना की थी।
इसके बाद चीन के नियामकों ने अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ एकाधिकार-रोधी जांच शुरू की। नियामकों ने अलीबाबा से जुड़े ऑनलाइन वित्तीय प्लेटफार्म के शेयर बाजार में प्रवेश को भी स्थगित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि मा पिछले ढाई महीने से सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए थे, जिसके चलते उनकी स्थिति और उनके व्यापारिक साम्राज्य के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गईं थीं।