
चीन में कोरोना संक्रमण की नई लहर शुरू हो गई है। एक दिन में दोगुने से ज्यादा नए मामले बढ़े। मंगलवार को चीन में 5280 नए कोरोना केस मिले, जो देश में कोरोना महामारी के दिनों के बाद का सबसे तीव्र संक्रमण माना जा रहा है। उधर, डब्ल्यूएचओ ने दुनिया को चेताया है कि डेल्टा व ओमिक्रॉन वैरिएंट से मिलकर विकसित हो रहा नया वैरिएंट चौथी लहर ला सकता है।
नई कोरोना लहर के कारण चीन के 10 शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को एक बार फिर घरों में कैद किया गया है। नई लहर से सबसे ज्यादा जिलिन प्रांत पर असर हुआ है। कोरोना मामलों में उछाल के कारण कम से कम 10 शहरों और काउंटियों में लॉकडाउन किया गया है। इनमें शेंजेन का टेक हब शामिल है, जहां 1.70 करोड़ लोग रहते हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) के अनुसार यह बीते दो साल में हुई एक दिन की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। जिलिन प्रांत में सर्वाधिक 3000 नए संक्रमित मिले हैं।
सोमवार को एनएचसी ने कहा था कि देश में इस साल अब तक 2021 में दर्ज किए गए मामलों से भी ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं। 2021 में पूरे साल में चीन के भीतर 8,378 मामले दर्ज हुए थे जो इस साल अब तक 14,000 से ज्यादा हो गए हैं। चीन के वुहान से 2019 में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण एक बार फिर चीन को अपनी गिरफ्त में ले रहा है।
बीते एक सप्ताह में बीजिंग, शंघाई समेत ग्वांगडोंग, जिआंग्सु, शेडोंग और झेजियांग प्रांतों में कोविड के नए मामले सामने आए हैं। नोमुरा ने एक नोट में कहा कि इससे चीनी अर्थव्यवस्था एक बार फिर गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।दूसरी तरफ, डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वान करखोव ने ट्वीट किया है कि दुनिया में ओमिक्रॉन और डेल्टा के मिश्रण से नया वैरिएंट विकसित हो रहा है जो चौथी लहर ला सकता है। मारिया ने वायरोलॉजिस्ट का ट्वीट रिट्वीट करते हुए लिखा हम इसे ट्रैक कर रहे हैं।
5,280 केस, 5 करोड़ आबादी घर में कैद
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन में बीते 24 घंटे में कोरोना के 5,280 नए मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले 1,337 केस आए थे। कोरोना की इस लहर में चीन का जिलिन प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन के कई प्रांतों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। 5 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद कर दिए गए हैं। सबसे ज्यादा 2.4 करोड़ लोग जिलिन प्रांत के हैं। इसके बाद शेनजेन के 1.75 करोड़ लोग और डोंगुआन के 1 करोड़ लोग लॉकडाउन में हैं।
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह ओमिक्रॉन वैरिएंट को माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट Stealth Omicron (BA.2) की वजह से संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। दिसंबर-जनवरी के बीच दुनियाभर में ओमिक्रॉन के कारण संक्रमण तेजी से बढ़ा था, लेकिन चीन में उस वक्त भी हालात काबू में थे।
झेंग वेनहोंग का कहना है कि उनकी टीम ने पाया कि फरवरी में चीन महामारी को निम्न स्तर पर रखने में कामयाब रहा लेकिन मार्च में हालात बिगड़ते चले गए। उन्होंने बताया कि फरवरी में हर दिन 200 से भी कम मामने सामने आ रहे थे। लेकिन 1 से 12 मार्च के बीच डेली केस 119 से बढ़कर 3 हजार के पार पहुंच गए हैं।