दुबई में भारतीय मजदूरों के मसीहा बने बिजनेस टाइकून बू अब्दुल्ला

डॉ.अब्दुल्लाह का मानना है कि ये महामारी पूरी मानव प्रजाति के लिए खतरा है। लिहाजा हमें इससे निपटने के लिए इंसानियत के साथ लड़ना होगा। कोरोना से लड़ने के लिए धर्म,जाति और देश की सीमाओं को भी नजरअंदाज करना होगा ताकि जल्द से जल्द पूरी दुनिया कोरोना से मुक्ति पा सके।

नई दिल्ली। कोरोना ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी है। जिसके कारण लॉकडाउन के हालात है। ऐसे में अब्दुल्लाह ग्रुप ऑफ कंपनीज के डॉक्टर बू अब्दुल्लाह दुबई में हिंदुस्तानियों के लिए मसीहा के तौर पर सामने आए हैं। दुबई के अजमान इलाके के रहने वाले डॉक्टर बू अब्दुल्लाह उन तमाम भारतीयों की मदद कर रहे हैं जो वहां फंसे हए हैं। वे उन्हे खाने के पैकेट्स के साथ मॉस्क और सैनेटाईजर भी मुहैया करवा रहे हैं। 

डॉ. अब्दुल्लाह का मानना है कि ये महामारी पूरी मानव प्रजाति के लिए खतरा है। लिहाजा हमें इससे निपटने के लिए इंसानियत के साथ लड़ना होगा। कोरोना से लड़ने के लिए धर्म, जाति और देश की सीमाओं को भी नजरअंदाज करना होगा ताकि जल्द से जल्द पूरी दुनिया कोरोना से मुक्ति पा सके। बू अब्दुल्ला वही शख्सियत है जो पहले भी भारतीयों के लिए मददगार बन चुके हैं। यदि कोई भारतीय दुबई में फंस जाता है तो बू अब्दुल्ला उन्हें अपने वकीलों के जरिए कानूनी मदद मुहैया करवाते हैं। बालीवुड में भी बू अब्दुल्ला को काफी पसंद किया जाता है क्योंक वे दुबई में कई बालीवुड सेलिब्रेटिज के शो में मदद कर चुके हैं। 

हाल ही में दुबई में हुए कपिल शर्मा का शो भी बू अब्दुल्ला के जरिए ही संभव हो पाया था। बू अब्दुल्ला से मदद पाने वाले मजदूरों का कहना है कि अगर उन्हें ये मदद नहीं मिलती तो वे इस पराए देश में अलग-थलग पड़ जाते। दुबई के बिजनेस टाइकून बू अब्दुल्ला करीब 650 कंपनियों के मालिक है और उनका सबसे ज्यादा जोर सामाजिक जिम्मेदारी पर रहता है। हाल ही में पांच महीने पहले बू अब्दुल्ला को अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान से लोकसभा मे सम्मानित किया जा चुका है।

First Published on: April 5, 2020 3:53 PM
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