पेइचिंग से यूरोप जाने वाली पहली सीधी चाइना रेलवे एक्सप्रेस मास्को पहुंची


यह चाइना रेलवे एक्सप्रेस ट्रेन निर्माण सामग्री, घरेलू उपकरणों, कपड़ों और अन्य चीजों की 55 कंटेनरों से पूरी तरह से भरी हुई है। वह 16 मार्च को पेइचिंग के फिंगकु जिले के माफांग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई और भीतरी मंगोलिया के मंझौली रेलवे पोर्ट से पश्चिम की ओर रूस के लिए बाहर निकली, और 1 अप्रैल को शाम साढ़े 6 बजे बेलेरास्ट रेलवे स्टेशन पर पहुंची।


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बीजिंग। चिंगफिंग व्यापक रसद केंद्र की चाइना रेलवे एक्सप्रेस (पेइचिंग-मास्को) 1 अप्रैल को रूस के मास्को के बेलेरास्ट रेलवे स्टेशन पहुंची। यह पेइचिंग से यूरोप जाने वाली पहली सीधी चाइना रेलवे एक्सप्रेस है।

बताया गया है कि यह चाइना रेलवे एक्सप्रेस ट्रेन निर्माण सामग्री, घरेलू उपकरणों, कपड़ों और अन्य चीजों की 55 कंटेनरों से पूरी तरह से भरी हुई है। वह 16 मार्च को पेइचिंग के फिंगकु जिले के माफांग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई और भीतरी मंगोलिया के मंझौली रेलवे पोर्ट से पश्चिम की ओर रूस के लिए बाहर निकली, और 1 अप्रैल को शाम साढ़े 6 बजे बेलेरास्ट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। पूरी यात्रा लगभग 9,000 किलोमीटर की है और 16 दिनों तक चली, और ट्रेन निर्धारित समय से दो दिन पहले पहुंच गयी।

बेलरास्ट रसद केंद्र के निदेशक अलेक्जेंडर शुकिन ने कहा कि रूस और चीन के बीच रेलवे परिवहन सहयोग को मजबूत करना दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक व व्यापारिक संबंधों को मजबूत और विकसित करने, यूरेशियन आर्थिक संघ और पहल के बीच जुड़ाव को बेहतर ढंग से हासिल करने के लिए मददगार साबित होगा।

हम भविष्य में पेइचिंग से अधिक चीन-यूरोप रेलवे एक्सप्रेस की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बेलरास्ट रसद केंद्र मास्को के उत्तर में 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो चीनी ल्याओनिंग पोर्ट ग्रुप और रूसी रेलवे कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया है। परियोजना का निर्माण 2017 में शुरू हुआ और दोनों पक्षों ने इसे मॉस्को क्षेत्र में हस्तांतरण और भंडारण को एकीकृत करने वाले सबसे बड़े बहु- कार्यात्मक अंतरराष्ट्रीय रसद केंद्र में बनाने की योजना बनाई है।