
बीजिंग। चीन के मध्य हेनान प्रांत में बाढ़ संबंधी घटनाओं में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है और करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की एक खबर के अनुसार, हेनान के प्रांतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि प्रांतीय राजधानी झेंगझोऊ में मंगलवार शाम चार से पांच बजे के बीच रिकॉर्ड 201.9 मिलीमीटर बारिश हुई। झेंगझोऊ नगर केंद्र में मंगलवार को 24 घंटे में औसतन 457.5 मिमी बारिश हुई। मौसम संबंधी रिकॉर्ड रखे जाने के बाद से यह एक दिन में अब तक हुई सर्वाधिक वर्षा है।
खबर में बताया गया कि बाढ़ संबंधी हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई है और करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
खबर के अनुसार, कई जगह पानी भर जाने के कारण शहर में यातायात ठप पड़ गया। 80 से अधिक बसों की सेवाएं निलंबित करनी पड़ी, 100 से अधिक के मार्ग बदले गए और ‘सबवे’ सेवांए भी अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। बारिश का पानी शहर की ‘लाइन फाइव’ की सबवे सुरंग में चला गया, जिससे एक ट्रेन में कई यात्री फंस गए।
खबर में बताया गया कि पुलिस अधिकारी, दमकल कर्मी और अन्य स्थानीय उप जिला कर्मी मौके पर बचाव कार्य में जुटे हैं। ‘सबवे’ में पानी कम हो रहा है और यात्री फिलहाल सुरक्षित हैं। झेंग्झोऊडोंग रेलवे स्टेशन पर 160 से अधिक ट्रेनें रोकी गईं।
झेंगझोऊ के हवाईअड्डे पर शहर आने-जाने वाली 260 उड़ानें रद्द की गई हैं। वहीं, स्थानीय रेलवे अधिकरियों ने भी कुछ ट्रेनों को रोक दिया है या उनके समय में परिवर्तन किया है।
आंधी तूफान से प्रभावित शहर में कुछ स्थानों पर बिजली और पेयजल सेवाएं भी बंद हैं। हेनान प्रांतीय और झेंगझोऊ नगरपालिका मौसम विज्ञान ब्यूरो ने मौसम संबंधी आपदाओं के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया का स्तर बढ़ाकर एक कर दिया है। हेनान में बुधवार रात तक भारी बारिश होती रहने का अनुमान है।
दर्जनों शहरों की सड़कें पानी में डूबीं
सोशल मीडिया पर बाढ़ की हैरान कर देने वाली तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। जिनमें सड़कों पर पानी भरा नजर आ रहा है। इस वीकेंड की शुरुआत में तेज बारिश शुरू हुई थी, जिसके कारण नदियों का जल स्तर बढ़ गया और दर्जनों शहरों की सड़कें पानी में डूब गईं। इसके अलावा हजारों की संख्या में सैनिकों को लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी प्रशासन से कहा है कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, बाढ़ से बचाव के उपाय अपनाने और आपदा राहत उपाय करने को हर स्तर पर प्राथमिकता दी जाए।