लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार को दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान किसी और ने सत्ता के तार खींचे और वह एक शख्सियत थे। सामा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि अगर उन्हें उनकी आधी शक्ति का भी नियंत्रण दिया जाता, तो वह शेर शाह सूरी के रूप में एक दुर्जेय कमांडर को भी हरा देते।
उन्होंने बुधवार को लाहौर में मीडिया के एक चुनिंदा समूह से बात करते हुए यह स्वीकार किया। उन्होंने अपने दावे को दोहराया कि अगर कानून का सच्चा शासन हो तो समाज फल-फूल सकता है।
इससे पहले लाहौर में डॉक्टरों के सम्मेलन और इंसाफ स्टूडेंट्स फेडरेशन (आईएसएफ) के सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग पिछले तीन दशकों से राज्य के संसाधनों की चोरी कर रहे हैं, उन्हें बार-बार राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (एनआरओ) के माध्यम से छोड़ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि देश की भ्रष्ट व्यवस्था से युवा पीढ़ी को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने आगे दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान देश ने रिकॉर्ड निर्यात देखा। लेकिन अब, जनता ने आयकर रिटर्न दाखिल करना बंद कर दिया है, जबकि वे अपना पैसा विदेश भेजना पसंद करते हैं, जिससे रुपये और अमेरिकी डॉलर के बीच गिरती विनिमय दर में योगदान होता है।
समा टीवी के मुताबिक, इमरान ने कहा कि उद्योग बंद हैं और देश की अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में है। उन्होंने कहा कि बाहरी साजिश के चलते देश पर चोरों का तांता लगा हुआ है।
उन्होंने कहा, “मैं ‘सच्ची आजादी’ मार्च का आह्वान कर रहा हूं, क्योंकि पाकिस्तान सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है और चोर देश के संसाधनों की चोरी कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उनके पास पाकिस्तान के बाहर कोई संपत्ति नहीं है।