भारतीयों ने अमेरिकी नागरिकता वाले अपने नाबालिग बच्चों के साथ भारत लौटने की अनुमति देने की अपील की

अभिभावकों ने लिखा, ‘‘हम आपसे विनम्र अनुरोध करते हैं कि उन नाबालिगों को भी भारत की यात्रा की अनुमति दी जाए, जो अमेरिकी नागरिक हैं और जिनके पास वैध भारतीय वीजा है। ’’उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि भारत सरकार पूरी तरह अप्रत्याशित एवं हमारे नियंत्रण से बाहर कारणों के चलते हमारे साथ भेदभाव नहीं करेगी।’’

वाशिंगटन। कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए लागू यात्रा प्रतिबंधों की वजह से अमेरिका में फंसे 85 भारतीयों के एक समूह ने भारत सरकार से अपील की है कि अमेरिकी नागरिकता एवं वैध भारतीय वीजा रखने वाले उनके नाबालिग बच्चों को भी उनके साथ भारत की यात्रा करने की अनुमति दी जाए।

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते लागू कड़े यात्रा प्रतिबंधों के कारण प्रवासी भारतीय नागरिक (ओसीआई) कार्डधारकों की कुछ श्रेणियों को छोड़कर गैर भारतीय नागरिकों को भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

भारतीय अभिभावकों के एक समूह ने शनिवार को विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और अमेरिका में उसके राजनयिक मिशनों को पत्र लिखकर भारत वापस जाने की इच्छा प्रकट की और प्राधिकारियों से अपील की कि अमेरिकी नागरिकता रखने वाले उनके नाबालिग बच्चों को भी उनके साथ यात्रा की अनुमति दी जाए।

इस मकसद से व्हाट्सऐप और फेसबुक पर जुड़ने वाले इन अभिभावकों के बच्चों का जन्म अमेरिका में हुआ है, इसलिए वे अमेरिकी नागरिक हैं और उनके पास ओसीआई कार्ड नहीं है।
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अभिभावकों ने लिखा, ‘‘हम आपसे विनम्र अनुरोध करते हैं कि उन नाबालिगों को भी भारत की यात्रा की अनुमति दी जाए, जो अमेरिकी नागरिक हैं और जिनके पास वैध भारतीय वीजा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि भारत सरकार पूरी तरह अप्रत्याशित एवं हमारे नियंत्रण से बाहर कारणों के चलते हमारे साथ भेदभाव नहीं करेगी।’’

अभिभावकों ने कहा कि ‘वंदे भारत’ अभियान के तहत भारत लौट रहे हमारे साथी भारतीय नागरिकों की तरह हमारे पास भी भारत लौटने का वैध कारण है, लेकिन हम इसलिए भारत नहीं जा सकते क्योंकि हमारे नाबालिग बच्चों को हम अमेरिका में अकेले नहीं छोड़ सकते।

इस पत्र पर 85 लोगों के हस्ताक्षर हैं, लेकिन यदि उनके जीवनसाथियों और बच्चों को भी गिना जाए, तो अमेरिका में फंसे और भारत आने की इच्छा रखने वाले इन लोगों की संख्या 250 से अधिक है।

First Published on: June 1, 2020 9:22 AM
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